जासूसी के आरोप में रूस ने मॉस्को स्थित ब्रिटिश दूतावास में तैनात एक राजनयिक सहित दो संदिग्ध व्यक्तियों को देश छोड़ने का आदेश जारी किया है. ब्रिटिश राजनयिक पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जासूसी का आरोप लगा है. हालांकि ब्रिटेन ने रूस का सारे आरोपों को बेबुनियाद और दुष्प्रचार बताया है.
पुतिन की जासूसी कर रहा था ब्रिटिश महिला राजनयिक का पति, रूस ने दिया देश निकाला
रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी (फेडरल सिक्योरिटी सर्विस) ने दो ब्रिटिश राजनयिकों को जासूसी और रूस की सुरक्षा के खिलाफ साजिश रचने का दोषी ठहराया है. राजनयिकों में 32 वर्षीय एक ब्रिटिश महिला राजनयिक का पति भी शामिल है. जबकि एक दूतावास में तैनात सेकेंड सेक्रेटरी है.
एफएसबी के मुताबिक “दोनों राजनयिकों ने वीजा आवेदन में झूठी जानकारी दी थी. इसके चलते उनकी राजनयिक मान्यता रद्द कर दी गई है और उन्हें दो हफ्तों के भीतर रूस छोड़ने को कहा गया है.” एफएसबी ने ब्रिटिश राजनयिक के पति पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन की जासूसी का आरोप लगाया है.
पिछले साल सितंबर में भी रशिया ने मॉस्को स्थित ब्रिटिश दूतावास के पॉलिटिक्ल डिपार्टमेंट में तैनात छह कर्मचारियों को जासूसी के आरोप में मान्यता रद्द करते हुए देश से निकाल दिया था. इसके बाद नवम्बर के महीने में भी एक ब्रिटिश दूतावास के एक सेकेंड सेक्रेटरी को पर्सोना नॉन ग्रेटा घोषित करते हुए रूस छोड़ने का आदेश सुनाया था.
ब्रिटेन ने किया था ‘किलर सेक्सी ब्रूनेट्स’ को गिरफ्तार, करती थीं रूस का लिए जासूसी
हाल ही में ब्रिटेन ने जासूसों के गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसमें 6 बल्गेरियाई नागरिक भी थे जो रूस के लिए जासूसी कर रहे थे. इस गिरोह में सबसे मशहूर 2 महिला जासूस थीं, जो हनीट्रैप को हथियार की तरह इस्तेमाल करती थीं. “किलर सेक्सी ब्रुनेट्स” के नाम से जानी जाने वाली 2 लड़कियों में एक लैब असिस्टेंट कैट्रिन इवानोवा थी और दूसरी वान्या गाबोरोवा नाम की एक ब्यूटीशियन थी. सीक्रेट निकालने के लिए ये दोनों हनीट्रैप के जरिए यूरोपीय देशों की सीक्रेट निकालती थीं और रूस को देती थीं. दोनों ही महिला जासूसों को लंदन की ओल्ड बेली कोर्ट ने जासूसी के आरोप में दोषी करार दिया है.
रूस और ब्रिटेन दोनों ने एक दूसरे को दी वॉर्निंग
ब्रिटिश काउंटर टेरर चीफ कमांडर डोमिनिक मर्फी के मुताबिक,”रूस के जासूसी ऑपरेशन लगातार बढ़ रहे हैं. इस घटना ने एक बार फिर से वैश्विक कूटनीति में जासूसी के खेल से पर्दाफाश कर दिया है.” रूस के लिए जासूसी करने वाली लड़कियों की गिरफ्तारी पर रूस ने ब्रिटेन को जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी थी. माना जा रहा है कि ब्रिटिश राजनयिकों पर एक्शन इसी के तहत लिया गया है.