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बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक, विद्रोहियों ने आईएसआई और पाकिस्तानी सैनिकों को बनाया बंधक

अमेरिका की चेतावनी के महज 48 घंटे के भीतर ही बलूचिस्तान में बलूच विद्रोहियों ने आईएसआई और पाकिस्तानी सैनिकों से भरी एक ट्रेन को हाईजैक कर लिया है. बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने बलूचिस्तान के दूरस्थ बोलन इलाके में सुरंग से गुजर रही जफर एक्सप्रेस ट्रेन पर कब्जा कर यात्रियों को बंधक बना लिया है. ट्रेन में 214 यात्री सवार हैं. ट्रेन में सवार 20 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों के मारे जाने की भी खबर है.

बीएलए ने बयान जारी कर घटना की जिम्मेदारी ली है और बताया कि ट्रेन में सवार महिलाओं, बूढ़े, बच्चों और बलूच नागरिकों को रिहा कर दिया गया है. लेकिन ट्रेन में सवार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों, पाकिस्तानी सैनिकों और दूसरे सुरक्षाकर्मियों को बंधक बना लिया गया है.

आनन-फानन में पाकिस्तानी सेना ने घटनास्थल के लिए अपने अटैक हेलीकॉप्टर और अतिरिक्त रिइंफोर्समेंट भेजी है. मौके पर ड्रोन को उड़ते हुए देखा गया है. हालांकि, बीएलए ने पाकिस्तानी सेना के एक ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है. बलूच लड़ाकों ने कहा कि एंटी-एयरक्राफ्ट गन को भी तैनात किया गया है ताकि अगर आसमान के जरिए पाकिस्तानी एयरफोर्स कोई ऑपरेशन करे तो उसका माकूल जवाब दिया जाए.

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की चेतावनी, बंधको को छुड़ाने की कोशिश की तो सभी को उतार देंगे मौत के घाट

बीएलए ने अपने बयान में कहा है कि मजीद ब्रिगेड को सख्त निर्देश दिया गया है कि अगर पाकिस्तानी सेना बंधकों को छुड़ाने के लिए कोई प्रयास करती है तो सभी बंधकों को मार दिया जाए. मजीद ब्रिगेड के फिदायीन लड़ाकों को भी शहादत का आदेश दिया गया है.

जानकारी के मुताबिक, बलूच लड़ाकों ने बलूचिस्तान के क्वेटा से पेशावर जा रही ट्रेन को हाईजैक किया है. इसके लिए बीएलए की मजीद ब्रिगेड ने कुछ अन्य संगठनों के साथ मिलकर पहले तो रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया. ऐसे में जब ट्रेन, सुरंग में आकर रुकी तो बलूच लड़ाकों ने धावा बोल दिया.

हाईजैक के दौरान 20 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की मौत

बताया जा रहा है कि ट्रेन में सवार 11 सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया. बाद में पाकिस्तानी सेना के आठ (08) अन्य सैनिकों को मारे जाने की खबर है. कुल 20 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों के मारे जाने की खबर है. हालांकि, पाकिस्तानी सेना और सरकार ने कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है.  

कौन हैं बलूच, जो कर रहे पाकिस्तान से अलग राष्ट्र की मांग

बलोच एक जातीय समूह है जो पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत, बलूचिस्तान में रहता है. प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद, ये इलाका बेहद पिछड़ा हुआ है. बलूच समुदाय का आरोप है कि पाकिस्तानी सेना और सरकार कई दशक से उनपर जुल्म करती आई है. यहां के संसाधनों को दोहन किया जा रहा है लेकिन उसका लाभ स्थानीय जनता को नहीं मिलता है. विरोध करने पर पाकिस्तानी सेना ने मानवाधिकारों का उल्लंघन कर बलूच नेताओं और जनता की टारगेट किलिंग की, जिसके कारण बलूच समुदाय हथियार उठाने पर मजबूर हुआ.

बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट को चीन सरकार को देने और चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) बनाए जाने से स्थानीय जनता पाकिस्तान सरकार का विरोध कर रही है. ऐसे में चीनी इंफ्रास्ट्रक्चर, चीनी नागरिक और पाकिस्तानी सेना पर बीएलए और मजीद ब्रिगेड के लड़ाके हमले कर रहे हैं. इन हमलों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. (https://x.com/RealBababanaras/status/1829010097344794798)

पाकिस्तानी सरकार की अनदेखी और पाकिस्तानी सेना के जुल्मों से आजिज होकर बलूच समुदाय अब एक अलग राष्ट्र की मांग कर रहा है. (https://x.com/AmarUjalaNews/status/1899468989287510178)

रविवार को यूएस ने जारी की थी चेतावनी, बलूचिस्तान की यात्रा ने करें अमेरिकी नागरिक

बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक के बाद एक हो रहे आतंकी हमलों और खूनी संघर्ष के मद्देनजर अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की सलाह दी थी. अमेरिकी चेतावनी के महज दो दिनों के भीतर, बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तानी आर्मी पर सबसे बड़ा हमला कर दिया है.

आतंकवाद से ग्रस्त, दुनिया का दूसरे सबसे प्रभावित देश है पाकिस्तान

पिछले हफ्ते ही, ‘ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स’ (जीटीआई) ने पाकिस्तान को आतंकवाद से ग्रस्त दूसरा सबसे बड़ा देश घोषित किया था. जीटीआई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल (2024) में, पाकिस्तान में 1091 आतंकी घटनाएं सामने आई. इन आतंकी घटनाओं में 1081 लोगों की मौत हुई और 1548 घायल हुए.

जीटीआई इंडेक्स के मुताबिक, पिछले पांच सालों से पाकिस्तान में आतंकी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. 2023 के मुकाबले ही पाकिस्तान में 100 प्रतिशत से ज्यादा आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई. 2023 में पाकिस्तान में कुल 517 आतंकी घटनाएं सामने आई थी. (https://youtu.be/hkDvbHe1CpA?si=P47jhahehHGB4KHy)

जीटीआई के मुताबिक, पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सबसे ज्यादा आतंकी घटनाएं सामने आई. बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) इन घटनाओं के पीछे था तो केपी में तहरीक ए तालिबान (पाकिस्तान). दोनों की आतंकी घटनाओं में हिस्सेदारी लगभग 50-50 प्रतिशत के करीब रही. (फेल-स्टेट पाकिस्तान ने छिपाया मुंह, आतंकी हमलों के आंकड़ों में की भारी फेरबदल)