हर बार की तरह पाकिस्तान ने गिरगिट की तरह बदल लिया है अपना रंग. ग्लोबल आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा के भारत के कब्जे में आते ही पाकिस्तान बगले झांकने लगा है. जिस तहव्वुर ने आईएसआई और पाकिस्तानी सेना की वफादारी दिखाई थी, उसी पाकिस्तान ने झाड़ लिया है अपना पल्ला. पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के तौर पर काम कर चुके तहव्वुर हुसैन राणा से उसके देश पाकिस्तान ने ही दूरी बना ली है. पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि तहव्वुर पाकिस्तानी नहीं, बल्कि कनाडाई नागरिक है.
तहव्वुर पर घिरे पाकिस्तान ने झाड़ा पल्ला
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने तहव्वुर राणा को लेकर बयान जारी किया है. जारी बयान में कहा है कि “तहव्वुर राणा ने बीते दो दशक में अपने पाकिस्तानी दस्तावेजों को रिन्यू नहीं किया है. वह स्पष्ट रूप से कनाडा का ही नागरिक है.” पाकिस्तान तहव्वुर राणा से इसलिए दूरी बना रहा है क्योंकि वह पाकिस्तानी सेना से जुड़ा हुआ था और अब 2008 मुंबई आतंकी हमले की साजिश में भारत का आरोपी है, तो पाकिस्तान को डर की उनके अहम राज न खोल दे, इसलिए पाकिस्तान ने तहव्वुर राणा से दूरी बना ली है.
पाकिस्तान ने जिंदा आतंकी कसाब को भी पहचानने से किया था इनकार
जिन 10 लश्कर आतंकियों ने मुंबई में हमला किया था. उनमें से 9 मारे गए थे लेकिन अजमल आमिर कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था. जांच एजेंसियों को कसाब ने बताया था कि वो पाकिस्तान का रहने वाला था, साथ ही उसके पास से ऐसे कई डॉक्टूमेंट पाए गए थे, जो साफ-साफ बता रहे थे कि कसाब पाकिस्तानी है. पाकिस्तान ने कसाब को पहचानने से इनकार कर दिया था. लेकिन पाकिस्तान की पोल खुद उन्हीं के पत्रकारों ने खोल दी थी, क्योंकि पाकिस्तानी पत्रकार कसाब के पाकिस्तान स्थित घर पहुंच गए थे, जहां उसके परिवार ने कसाब की मुंबई में पकड़े जाने की पुष्टि की थी.
तहव्वुर राणा का है पाकिस्तानी सेना से नाता
तहव्वुर हुसैन का जन्म पाकिस्तान में हुआ था. उसने आर्मी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की और पाकिस्तान आर्मी में 10 साल तक बतौर डॉक्टर काम काम किया. लेकिन बाद में वो कनाडा में जाकर बस गया.कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक, तहव्वुर ने कनाडा, पाकिस्तान, जर्मनी और इंग्लैंड की यात्राएं की है और वहां रहा है, वह लगभग 7 भाषाएं बोल सकता है. पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के कहने पर ही हेडली के साथ मिलकर कनाडा में रहते हुए राणा ने मुंबई हमलों की साजिश रची और दिल्ली, यूपी के भी कई ठिकानों को दहलाना चाहता था.