पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद किसी भी तरह के सैन्य एक्शन से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के खिलाफ की है बहुत बड़ी कूटनीतिक घेराबंदी. जयशंकर ने जी20 देशों के साथ की है बड़ी बैठक. इस बैठक में अमेरिका, चीन, रूस, जापान, ब्रिटेन, कनाडा जैसे बड़े देशों के चुनिंदा राजनयिकों के साथ विदेश मंत्री ने भारत के एजेंडे को लेकर बातचीत की है.
खुद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने अपने सहयोगी देशों को पहलगाम में 26 निहत्थे पर्यटकों की हत्या पर जानकारी दी और उन्हें कॉन्फिडेंस में लिया. पाकिस्तान के खिलाफ रणनीतिक जमीन तैयार करने के लिए ये बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
विदेश मंत्री ने की विदेशी राजनयिकों संग मीटिंग
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली स्थित विदेशी दूतों और राजनयिकों को विदेश मंत्रालय में बुलाया. इस बैठक में अमेरिका, चीन, रूस, जापान, ब्रिटेन सहित कई राजदूत मौजूद रहे. विदेश मंत्रालय ने जी 20 देशों के अलावा चुनिंदा पड़ोसी देशों के राजनयिकों को भी बुलाया गया. इस बैठक में 30 से ज्यादा देशों के राजनयिकों ने ब्रीफिंग में हिस्सा लिया. इस बैठक में खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे. इस दौरान भारत ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति की बात की और सीमा पार से हो रहे आतंकवाद को लेकर जानकारी दी. ये बैठक 30 मिनट तक चली.
विदेश मंत्रालय की बैठक में कौन-कौन से देश शामिल हुए
पहलगाम में हुए नरसंहार और आतंकवाद के खिलाफ हुई इस बैठक में अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस, यूके, ईयू, इटली, कतर, जापान, जर्मनी, इंडोनेशिया, मलेशिया, यूएई, नॉर्वे समेत 30 से ज्यादा देशों ने हिस्सा लिया. आपको बता दें कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद पीएम मोदी से फोन पर बात करके भारत के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया था. इसके अलावा रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी भारत का साथ देने की बात कही थी. चीन हो, या इटली हो, फ्रांस हो या इजरायल हो, हर देश के प्रमुखों ने पहलगाम नरसंहार की निंदा की और भारत को अपना समर्थन दिया था.
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने की पीएम मोदी से बात
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम नरेंद्र मोदी को फोन किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि “भारतीय धरती पर हुए आतंकी हमले की बेंजामिन नेतन्याहू ने निंदा की. बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के लोगों और पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की. इस दौरान बेंजामिन नेतन्याहू से पीएम मोदी ने आतंकी हमले की बर्बर प्रकृति को साझा किया और अपराधियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प को दोहराया.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिले गृहमंत्री और विदेश मंत्री
गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की है. ये मुलाकात मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर की गई है. राष्ट्रपति भवन ने इस बैठक की एक तस्वीर सोशल मीडिया एक्स पर साझा की है. राष्ट्रपति भवन ने अपनी पोस्ट में लिखा, केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की.
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक, मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. इस बैठर में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई नेता इसमें शामिल हुए, बैठक में पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. बैठक में सरकार को लिए जा रहे एक्शन के बारे में जानकारी दी. बैठक के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, उसके लिए पूरा विपक्ष, सरकार के साथ है.
सर्वदलीय बैठक में सरकार ने मानी चूक
सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कहा, “यह बहुत दुखद घटना है, पिछले कई सालों से कश्मीर में लोग शांति से अपना व्यापार कर रहे थे, टूरिस्ट आ रहे थे, गतिविधियां चल रही थी और सब बहुत अच्छा हो रहा था. कहीं ना कहीं चूक हुई. सभी राजनैतिक दलों ने अपने-अपने विचारों को रखा और एक बात सामने आई कि देश को एकजुट होकर और एक आवाज में बोलना चाहिए. सभी पार्टियों ने कहा है कि वे सरकार के साथ हैं.”