बहरीन के मनामा में पाकिस्तान के खिलाफ असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर हमला बोला है. पाकिस्तान के पोल खोल अभियान के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, कि पाकिस्तान की वही विचारधारा है जो आतंकी संगठन आईएसआईएस की है.
औवेसी ने कहा कि पाकिस्तान “एक हमलावर देश है, न कि कोई पीड़ित. आतंकियों और आईएसआईएस की विचारधारा में कोई अंतर नहीं है.” ओवैसी ने बताया कि बहरीन में बैठक के दौरान भारत की ओर से मजबूती से पक्ष रखा गया और आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका के सबूत रखे गए.
बहरीन में पाकिस्तान का खुला आतंकी चिट्ठा
असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि बैठक में उन्होंने भारत का पक्ष मजबूती से रखा. ओवैसी ने बहरीन सरकार को सबूत के साथ बताया कि “पाकिस्तान की तरफ से प्रशिक्षित और मदद किए गए आतंकवादी कई सालों से भारत में हमले कर रहे हैं. इन हमलों में हजारों निर्दोष भारतीयों की जान गई है. मुंबई ब्लास्ट, ट्रेन धमाकों, जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सामने हुए आत्मघाती हमले, पुलवामा और पठानकोट हमलों का जिक्र करते हुए सबूत दिए कि इन सभी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका थी.”
असीम मुनीर के भाषण से पाकिस्तान के इरादे उजागर हुए: ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि “अप्रैल 2025 में पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने कश्मीर को लेकर जो भाषण दिया, वो भी पाकिस्तान के इरादों को उजागर करता है. दिसंबर 2023 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएसपी) से मांग की थी कि टीआरएफ नाम के संगठन पर प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि यह भारत में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकता है.” (https://x.com/JaipurDialogues/status/1926498701192708427)
कुरान की आयतों को गलत संदर्भ में पेश किया:ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “इन आतंकवादी संगठनों ने भारत में निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराया है और उन्होंने कुरान की आयतों को गलत संदर्भ में पेश किया है. हमें इसे खत्म करना होगा. उन्होंने लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया है. इस्लाम आतंकवाद की निंदा करता है और कुरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानव जाति की हत्या के समान है.”
दक्षिण एशिया और पूरे क्षेत्र के लिए खतरा है:ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्होंने बहरीन की सरकार से भी कहा कि “भारत को अस्थिर करने की जो कोशिशें हो रही हैं, वो दक्षिण एशिया और पूरे क्षेत्र के लिए खतरा हैं. बहरीन के अधिकारियों ने इस बात से सहमति जताई. उन्होंने ये भी कहा कि भारत के कई लोग बहरीन में काम करते हैं और विकास में योगदान दे रहे हैं, इसलिए भारत में शांति और स्थिरता बहरीन के लिए भी जरूरी है.”
“पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में लाने की मदद करे बहरीन सरकार”
बहरीन में, प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के आतंकवाद को निंदा की और बहरीन सरकार से पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में वापस लाने का आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि “बहरीन सरकार पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे सूची में वापस लाने में हमारी मदद करेगी. क्योंकि इस पैसे का इस्तेमाल उन आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए किया गया है.”
आपको बता दें कि बहरीन पहुंचे दल का नेतृत्व बैजयंत पांडा कर रहे हैं. इसमें असदुद्दीन ओवैसी के अलावा सांसद निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, सांसद सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और राजदूत हर्ष श्रृंगला शामिल हैं.