सिनेमा के पर्दे पर दिखेगा गलवान के भारतीय सेना के वीर सपूतों का शौर्य. ‘बैटल ऑफ गलवान’ के मोशन पोस्टर को रिलीज किया गया है. गलवान का मोशन पोस्टर आते ही छा गया है, क्योंकि फिल्म के हीरो हैं सलमान खान.
देशभक्ति से ओतप्रोत ये फिल्म कब रिलीज की जाएगी, इसकी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन हाथ में नुकीला हथियार लिए भारतीय सेना के जांबाज की तरह से दिखाए गए सलमान खान का लुक रोंगटे खड़े कर रहा है.
गलवान वैली में चीनी सैनिकों से हुई झड़प की सच्ची कहानी दिखाएंगे सलमान
जून 2020 में गलवान वैली में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय सैनिकों की यह जंग समुद्र तल के करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर लड़ी गई थी. गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच झड़प में कई सैनिक तो बुरी तरह से घायल हुए थे और 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे, वहीं इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों की मौत हुई थी.
भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस का परिचय दिया था और चीनी सैनिकों के सामने डटकर खड़े हो गए थे. अब यही साहस लोगों को रुपहले पर्दे पर दिखाई देगा. गलवान की कहानी भारतीय सैनिकों के सबसे कठिन परिस्थितियों में राष्ट्र की रक्षा करने की असलियत बताती है.
बिना गोली चलाए कैसे दुश्मन को किया जाता है मजबूर, भारतीय सैनिकों ने दिखाया
बैटल ऑफ गलवान, जून 2020 में लद्दाख के एक सुदूर और कठोर ऊंचाई वाले क्षेत्र गलवान घाटी में हुए वास्तविक जीवन के टकराव से प्रेरित है. स्थायी समझौतों के कारण एक भी गोली चलाए बिना लड़े गए भारतीय सैनिकों ने कैसे चीनी सैनिकों को भारत की सरजमीं से पीछे धकेला, इसे सलमान खान पर्दे पर दिखाएंगे. बैटल ऑफ गलवान के मोशन पोस्टर में सलमान खान से हाथ में नुकीला दंड लिया हुआ है. उन्होंने कर्नल की यूनिफॉर्म पहन रखी है.
भारतीय सेना ने तमाम बाधाओं और विषम परिस्थियों में लाठी और पत्थरों जैसे हथियारों का उपयोग करके हाथ से हाथ की लड़ाई में ऐसा प्रदर्शन किया था कि चीनी सेना भी चकित रह गई थी और भारतीय सैनिकों के सामने मात मिली थी.
गलवान वैली में हुई झड़प भारतीय सेना की अहमियत और बहादुरी इसलिए भी दिखाती है, क्योंकि आधुनिक युद्ध में जहां ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल, फाइटर जेट्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है, वहां हमारे वीर सैनिकों ने रणनीति बनाकर बिना गोला-बारूद के नुकीले दंड, लाठी-डंडों से चीन के सैनिकों को सामने मुकाबला किया, जिसे चीनी सैनिक समझ की नहीं पाए और पीछे हटने को मजबूर हो गए.