By Nalini Tewari
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका के अल्टीमेटम से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हो सकती है. ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने रूस-यूक्रेन शांति वार्ता की समय सीमा खत्म होने से पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि अगले सप्ताह ट्रंप और पुतिन के बीच भी मीटिंग हो सकती है. ट्रंप ने विटकॉफ और पुतिन के बीच मुलाकात को बहुत सकारात्मक बताया है.
अल्टीमेटम खत्म होने से पहले ट्रंप ने रूस भेजा दूत
ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ ने एक बार फिर से पुतिन से मुलाकात की है.
ये बैठक 3 घंटे से ज्यादा चली. स्टीव विटकॉफ ने इस ओर भी इशारा किया है कि अगले सप्ताह, ट्रंप और पुतिन के बीच मीटिंग हो सकती है. ये मीटिंग कब और कहां होगी, इसपर सस्पेंस बना हुआ है.
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर बताया कि विटकॉफ की पुतिन के साथ ‘बहुत उपयोगी बैठक’ हुई, जिसमें काफी प्रगति हुई है. ट्रंप ने कहा कि “विटकॉफ ने पुतिन को यूरोप में अमेरिका के सहयोगियो को बैठक के बारे में जानकारी दे दी है. अमेरिका अब अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ेगा.”
क्रेमलिन ने क्या बयान जारी किया
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने बताया कि यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली. पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि “यह बातचीत उपयोगी और सकारात्मक रही. इसमें यूक्रेन के हालात, अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार और दोनों देशों के बीच भविष्य में रणनीतिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई.”
बात नहीं बनी तो रूस पर नए प्रतिबंध लगाएंगे: व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस के अधिकारी के मुताबिक, “ट्रंप की दी हुई 10 दिन की डेडलाइन खत्म होने के बाद अमेरिका रूस पर और भी कड़े प्रतिबंध लगा सकता है. अमेरिका ने धमकी दी है कि अगर हत्याएं नहीं रुकीं, तो कड़े टैरिफ और अन्य आर्थिक दंड लगाए जाएंगे.” हालांकि, व्हाइट हाउस ने अभी तक इन प्रतिबंधों की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
जेलेंस्की ने की राष्ट्रपति ट्रंप से बात
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया है कि उन्होंने पुतिन-विटकॉफ की मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि यूरोपीय नेताओं ने भी बातचीत में भाग लिया. जेलेंस्की ने कहा, “हमने मॉको में हुई बातचीत पर चर्चा की. सभी की राय साफ है- युद्ध खत्म होना चाहिए.”