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अमेरिकी सेना में रूसी जासूस, अब्राम्स टैंक की जानकारी लीक की

गजब हो गया ये तो. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ पर ही फोकस करते रहे और अमेरिकी सेना में घुस गया रूसी जासूस. सेंटकॉम के चीफ माइकल कुरीला पाकिस्तान की खातिरदारी में जुटे रहे और रूस ने अमेरिका की सेना में ही सेंध लगा दी है. 

मामले का खुलासा होने के बाद एफबीआई, सीआईए, पेंटागन की हालत पतली हो गई है. क्योंकि पुतिन का जासूस दिन रात सेना की खबरें चुराकर रूस को उपलब्ध करा रहा था, जिसे अब गिरफ्तार किया गया है. जासूस कोई और नहीं बल्कि अमेरिकी सैनिक है.

अमेरिकी युद्धक टैंक अब्राम्स को कंट्रोल करने की तकनीक रूस को दे रहा था जासूस

अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, अमेरिकी युद्धक टैंकों की संवेदनशील जानकारी चुराई जा रही थी. टैंकों की ये जानकारी रूसी सरकार को भेजी जा रही थी और इस काम में अमेरिकी सेना का एक सैनिक शामिल था. 

रूस के इस जासूस सैनिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. जांच में खुलासा हुआ है कि सैनिक टेक्सस के फोर्ट ब्लिस में तैनात टेलर एडम ली है. जो अमेरिका के बेहत ताकतवर टैंक की जानकारी रूस तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा था.

माना जा रहा है कि यहीं से एम1ए2 अब्राम्स टैंक को कंट्रोल करने वाली तकनीक चुराई गई थी और और इस तकनीक को रूस को भेज रहा था. जांच के दौरान अमेरिकी सैनिक के पास से एक अन्य बख्तरबंद लड़ाकू वाहन का डेटा भी मिला है.

सैनिक को किया गया गिरफ्तार

अमेरिकी एजेंसियों ने सैनिक को गिरफ्तार कर लिया है. दावा किया जा रहा है कि रूस के पास अब्राम्स टैंक की कई महत्वपूर्ण डिटेल वो पहले ही भेज चुका है जिसके बाद रूस ने इस टैंक की क्लोनिंग कर ली है. रूस और चीन अपने जासूसों की घुसपैठ के जरिए अमेरिकी टेक्नोलॉजी की जानकारी हासिल कर रहा है.

अमेरिकी सैनिक के अलावा हाल ही में चीन के दो नागरिकों को कैलिफोर्निया से गिरफ्तार किया गया है. दावा है कि दोनों एनवीडिया एआई चिप्स को अवैध रूप से चीन भेज रहे थे, जिनमें एच 100 समेत करोड़ों की लागत वाली एआई चिप्स शामिल हैं. हालांकि ये गिरफ्तारी जासूसी के आरोप में न होकर, लाइसेंस न होने के आरोप में की गई है. 

युद्ध में यूक्रेन इस्तेमाल करता है अब्राम्स टैंक

रूस से लड़ने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को 31 अब्राम्स टैंक दिए थे. साल 2023 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को इन लड़ाकू टैंकों की सप्लाई देने का फैसला लिया था. रिपोर्ट के अनुसार तब से लेकर अब तक रूस ने अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दिए गए 31 में से 26 अब्राम्स टैंकों को तबाह कर दिया है. 

अब्राम्स टैंक बेहद ही लेटेस्ट और पांचवी पीढ़ी के युद्धक टैंक हैं. अमेरिका की टेक्नोलॉजी पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि रूस के हमलों के आगे अमेरिकी लड़ाकू टैंक फेल हो गया. माना जा रहा है रूस इसलिए इस टैंक को नष्ट कर पा रहा है क्योंकि इसको कंट्रोल करने और ध्वस्त करने की तकनीकि रूस के पास आ चुकी है. इसी साल जून के महीने में भी रूस ने एक अब्राम्स टैंक को नष्ट कर दिया था.

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