टैरिफ वॉर पर अमेरिका को आड़े लेते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ तौर से कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर ने प्रमाणित कर दिया है कि स्वदेशी हथियारों से दुश्मन को परास्त किया जा सकता है. बिना नाम लिए अमेरिका को बॉस करार देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की अखंडता और संप्रभुता पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
रविवार को मध्य प्रदेश के उमरिया में एक ग्रीनफील्ड रेल निर्माण सुविधा, बीईएमएल रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग (ब्रह्मा) की आधारशिला रखते हुए कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर इस बात का प्रमाण है कि भारत स्वदेशी शक्ति से अपने दुश्मनों को परास्त करने में सक्षम है.” उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले का करारा जवाब था. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया ने एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया है कि देश अब अपनी अखंडता और संप्रभुता पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि “हम किसी को उकसाते नहीं हैं, लेकिन जो हमें उकसाते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.”
ऑपरेशन सिंदूर को भारत की आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का प्रतीक बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों ने स्वदेशी हथियारों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया, जिसने इस ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, “भारत इस मुकाम तक केवल इसलिए पहुँच पाया क्योंकि देश ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया था.”
रक्षा मंत्री ने दो टूक कहा कि जो देश (अमेरिका) अपने आप को दुनिया का बॉस समझते थे, उन्हें ये कतई रास नहीं आ रहा है कि भारत इतनी तेजी से विकास कर रहा है. राजनाथ सिंह ने साफ तौर से कहा कि भारत का विकास अब रुकने वाला नहीं है.
रक्षा मंत्री ने पिछले दशक में देश की आर्थिक वृद्धि और आर्थिक आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डाला और बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था लगभग 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. उन्होंने आगे कहा कि “डबल इंजन वाली सरकार” अर्थव्यवस्था को और भी तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. उन्होंने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने का विश्वास व्यक्त किया.
रक्षा क्षेत्र में बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परिवर्तनकारी नेतृत्व और दूरदर्शिता की सराहना करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा कि आज भारत न केवल अपनी धरती पर उपकरण बना रहा है, बल्कि मित्र देशों की सुरक्षा जरूरतों को भी पूरा कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा रक्षा उत्पादन और निर्यात अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है और रिकॉर्ड आंकड़े प्राप्त कर रहा है. यह नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है. गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2024-25 में वार्षिक रक्षा उत्पादन बढ़कर 1.51 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया और रक्षा निर्यात 23,622 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है.