कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी भारत विरोधी खालिस्तानी समर्थकों ने पांव पसारना शुरु कर दिया है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऑस्ट्रेलिया के खालिस्तानी समर्थकों को मुंहतोड़ जवाब मिला है. मेलबर्न में स्थिति भारतीय महावाणिज्य दूतावास के पास भारतीय नागरिक शांतिपूर्ण तरीके से स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे, जहां खालिस्तानी समर्थकों ने हंगामा किया, जिसके बाद भारतीय नागरिकों ने एकजुट होकर ‘है रीत जहां की प्रीत सदा’. गाना गाकर खालिस्तानियों को देशभक्ति सिखाई.
खालिस्तानी समर्थकों ने डाली स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बाधा
मेलबर्न स्थित भारत के महावाणिज्य दूत के कार्यालय के बाहर 79 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में खालिस्तानी समर्थकों ने पहुंचकर हंगामा किया. भारतीय नागरिक स्वतंत्रता दिवस को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए महावाणिज्य दूतावास के बाहर एकत्र हुए थे, तभी कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने झंडों के साथ दूतावास के बाहर हंगामा कर दिया. दूतावास परिसर में खालिस्तानी समर्थकों ने तोड़फोड़ भी की.स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को काबू में किया. जिसके बाद महावाणिज्य दूतावास में तिरंगा फहराया गया.
खालिस्तानी समर्थकों के सामने एकजुट हुए देशभक्त भारतीय, गाया देशभक्ति का गीत
भारतीय नागरिक और खालिस्तानियों के बीच हुई घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ है. वीडियो में दोनों समूहों के बीच नोंकझोंक और तीखी बहस हो रही है. एक तरफ जहां अलगाववादी समूह खालिस्तान समर्थकों के नारे लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जवाबी कार्रवाई में भारतीय नागरिक देशभक्ति के गीत गाकर अपना पक्ष रखा. दूतावास के बाहर मौजूद भारतीयों ‘है रीत जहां की प्रीत सदा….’ गाना गाकर खालिस्तानियों को मौके से चलता किया.
बवाल बढ़ता देख ऑस्ट्रेलियाई पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद खालिस्तानी समर्थकों को मौके से हटाया गया. बाद में महावाणिज्य दूतावास में तिरंगा फहराया गया और आसपास का इलाका भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा.
इस साल अप्रैल के महीने में भी वाणिज्यिक दूतावास को बनाया गया था निशाना
10 अप्रैल की सुबह, लगभग रात के 1 बजे, 344 सेंट किल्डा रोड पर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ की गई. राजनयिक परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भड़काऊ बातें लिखी गईं थी. जिसके बाद मेलबर्न में भारतीय वाणिज्य दूतावास में किए गए तोड़फोड़ का मुद्दा भारतीय सरकार के अधिकारियों ने ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों के समक्ष उठाया है. जिसके बाद भारतीय राजनयिक और वाणिज्य दूतावास परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.