व्हाइट हाउस में रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्ति पर हुई यूरोपीय नेताओं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बैठक के दौरान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने जमकर सुर्खियां बटोरी हैं.
व्हाइट हाउस पहुंचने पर मेलोनी का स्वागत जब प्रोटोकॉल अफसर मोनिका क्रॉली ने किया, तो वहां मौजूद सभी लोग तब हैरान रह गए जब गाड़ी से उतरने के बाद मेलोनी ने नमस्ते किया, जबकि यूरोप के कोई भी नेता आमतौर पर नहीं करते हैं, लेकिन मेलोनी का ये देसी अंदाज सोशल मीडिया पर छा गया.
मेलोनी का नमस्ते करना एक संकेत के तौर पर भी देखा जा सकता है क्योंकि आजकल वॉशिंगटन और दिल्ली के बीच संबंध बहुत सही नहीं हैं, ऐसे में सांकेतिक तौर पर मेलोनी ने भारत को वॉशिंगटन में रिप्रेजेंट कर दिया.
व्हाइट हाउस में मेलोनी ने किया प्रोटोकॉल ऑफिसर को किया नमस्ते
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे अमेरिकी अधिकारी से मिल रही हैं, तो पहले तो मेलोनी ने हाथ मिलाया और फिर भारतीय परंपरा के मुताबिक नमस्कार करके अभिवादन किया. (https://x.com/iankursingh/status/1957490411284623639?s=46)
हालांकि ये कोई पहली बार नहीं है जब जॉर्जिया मेलोनी ने नमस्ते की मुद्रा बनाई हो. इससे पहले जी 7 की बैठक में भी मेलोनी ने सभी राष्ट्राध्यक्षों का अभिवादन नमस्ते से किया था.
सोशल मीडिया पर व्हाइट हाउस में मेलोनी के नमस्ते को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ दोस्ती को जोड़कर देख रहे हैं. मेलोनी और पीएम मोदी जब एक मंच पर आते हैं तो दोनों में खूब केमेस्ट्री नजर आती है. मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ एक वीडियो शेयर करके खुद को मेलोडी टीम बताई थी.
जर्मन चांसलर की स्पीच पर बोर होती दिखी मेलोनी
नमस्ते के अलावा इटली की पीएम अपने आई रोल (आंख घुमाने) को लेकर भी चर्चा में हैं. जिस वक्त बेहद ही अहम बैठक में ट्रंप के सामने जर्मन चांसलर फेडरिक मर्ज बोल रहे थे. उस दौरान ट्रंप और मर्ज के बीच में बैठी थीं मेलोनी. ऐसा लग रहा था कि मेलोनी बोर हो रही हों, और उन्हें जर्मन चांसलर की स्पीच में कोई रुचि न हो. वहीं जब मर्ज ने रूस-यूक्रेन के समझौते को लेकर कुछ बोला तो मेलोनी गुस्से में आंखे फैलाती हुई दिखीं. (https://x.com/bgatesisapyscho/status/1957548497160253607?s=46)
यूक्रेन को लेकर ट्रंप के सामने क्या बोलीं मेलोनी?
ईयू के नेताओं की वॉशिंगटन में हुई बैठक के दौरान मेलोनी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर निशाना साधा और युद्ध समाप्ति को जरूरी बताया. मेलोनी ने अपने संबोधन में कहा, यूक्रेन को सुरक्षा की गारंटी चाहिए. उसे दिए बिना शांति संभव नहीं है.
आपको बता दें कि इटली नाटो मेंबर है, यूक्रेन के लिए अब तक 1 बिलियन डॉलर के हथियार की मदद कर चुका है. यूरोपीय देश होने के नाते इटली का भी ये मानना है कि युद्ध से सिर्फ नुकसान हो रहा है. युद्ध को समाप्त हो जाना चाहिए.