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बाढ़ के चंदे से टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर, पाकिस्तान की सरपरस्ती में आतंकी संगठन फिर फलने-फूलने शुरु 

पाकिस्तान में आई आपदा को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा ने टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के अवसर में बदल दिया है. भारत की खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, लश्कर ने ‘खिदमत ए खल्क’ में आने वाले चंदे को मुरीदके में अपने हेडक्वार्टर को फिर से खड़ा करने के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.

पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने 7 मई को लश्कर ए तैयबा के मुरीदके स्थित मुख्यालय को बमबारी में तबाह कर दिया था. ऐसे में इमारत को बनाने के लिए लश्कर को करीब 15 करोड़ (पाकिस्तानी) रुपये की सख्त जरूरत है. पाकिस्तानी सरकार इस पुनर्निर्माण के लिए महज चार (04) करोड़ ही दे पाई है. ऐसे में बाढ़ के लिए इकठ्ठा चंदे को लश्कर आतंक की इमारत को फिर से खड़ा करने की फिराक में है.

कश्मीर सॉलिडैरिटी डे तक लश्कर पूरा करना चाहता है मुरीदके हेडक्वार्टर का पुर्ननिर्माण

टीएफए को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, लश्कर ने मुरीदके मुख्यालय को पूरा बनाकर तैयार करने के लिए अगले वर्ष यानी 5 फरवरी 2026 की तारीख की मुकर्रर की है. क्योंकि उस दिन पूरे पाकिस्तान में ‘कश्मीर सॉलिडैरिटी डे’ मनाया जाता है. इसी वर्ष कश्मीर सॉलिडैरिटी डे मनाने के लिए लश्कर ने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और हमास के साथ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर(पीओके) के कोटली में एक जलसा किया था.

भारत की खुफिया एजेंसी को पूरा यकीन है कि इस जलसे के दौरान जैश, लश्कर और हमास ने पहलगाम हमले की साजिश रची थी. हमले में आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों का नरसंहार किया था.

लश्कर ने महिला कैडर को उतारा बाढ़ में चंदा इकठ्ठा करने के लिए

जानकारी के मुताबिक, लश्कर ने बड़ी संख्या में अपनी महिला कैडर को भी बाढ़ के लिए चंदा जुटाने के काम में झोंक दिया है. इन महिलाओं का एक वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो को पाकिस्तानी मरकजी मुस्लिम लीग ने जारी किया है, जो लश्कर का ही राजनीतिक फ्रंट है. (https://x.com/Theunk13/status/1964678307112485215)

डोनेशन से बने कोटली आतंकी कैंप को भारतीय सेना ने किया तबाह

वर्ष 2005 में भी जब पाकिस्तान में बड़ा भूकंप आया था, तब भी लश्कर ने चंदे के पैसे से कोटली (पीओके) स्थित मरकज अब्बास आतंकी कैंप को खड़ा किया था. 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने इस आतंकी ठिकाने को बर्बाद कर दिया था.

एससीओ के एंटी-टेरर ग्रुप की कमान मिली पाकिस्तान को

गौरतलब है कि गुरुवार को ही पाकिस्तान को शंघाई कॉओपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) संगठन के ‘रीजनल एंटी टेररिस्ट स्ट्रक्चर’ की अध्यक्षता मिली है. ऐसे में पाकिस्तान का आतंकवाद के खिलाफ दम भरना महज दुनिया की आंख में धूल झोंकने के सिवाय कुछ नहीं दिखाई पड़ रहा है. (आईएसआई ने फिर बदला लश्कर का नाम, पहनाया कश्मीर का चोगा)

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