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भारत को पड़ी जीत की आदत, ऑप सिंदूर पर फिर बोले राजनाथ

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत को जीत की आदत पड़ चुकी है और ये आदत हमेशा बरकरार रखनी होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की तारीफ करते हुए बड़ा बयान दिया है. 

शुक्रवार को दिल्ली में 1965-युद्ध के पूर्व फौजियों से बात करते हुए रक्षा मंत्री ने सैन्य प्रयासों की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, हमने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और दुश्मनों को यह दिखा दिया कि हमारा प्रतिकार कितना मजबूत हो सकता है. 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद हमारी आदत बन गई है जीतना: राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हमारी टीम ने जिस कॉर्डिनेशन और बहादुरी से काम किया, उसने यह साबित कर दिया, कि जीत अब हमारे लिए कोई एक्सेप्शन नहीं रही. जीत हमारी आदत बन चुकी है और यह आदत हमें हमेशा बरकरार रखनी होगी.”

राजनाथ सिंह ने कहा कि “पहलगाम की उस वीभत्स घटना को हम भूले नहीं हैं. जब भी वह घटना हमें याद आती है, तो दिल भारी हो जाता है. वहां जो हुआ, उसने हम सबको झकझोर दिया, लेकिन वह घटना हमारे मनोबल को तोड़ नहीं पाई. हमारे प्रधानमंत्री ने यह संकल्प लिया कि इस बार आतंकवादियों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी.

स्वतंत्रता के बाद से पड़ोसियों के मामले में भारत नहीं रहा भाग्यशाली: राजनाथ सिंह 

रक्षा मंत्री ने कहा, “आजादी के बाद से ही एक राष्ट्र के रूप में भारत, अपने पड़ोसियों के मामले में इतना भाग्यशाली नहीं रहा है. हमेशा हमारे समक्ष किसी न किसी तरह से चुनौतियां आई हैं. लेकिन हम भारतवासियों की यही विशेषता है, कि हम इन चुनौतियों को प्रारब्ध मानकर नहीं बैठ गए. हमने मेहनत की और अपने प्रारब्ध का निर्माण, अपनी नियति का निर्माण खुद किया.”

सिर्फ युद्ध क्षेत्र में नहीं लड़ा जाता युद्ध, जीत पूरे देश के सामूहिक संकल्प का फल होता है: राजनाथ सिंह

65 की जंग में पाकिस्तान पर मिली जीत, टैंक बैटल और परमवीर चक्र विजेता (मरणोपरांत) अब्दुल हमीद का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि “कोई भी युद्ध केवल बैटलफील्ड में नहीं लड़ा जाता, बल्कि युद्ध में जो विजय मिलती है, वह पूरे राष्ट्र के सामूहिक संकल्प का फल होता है. 1965 के उस कठिन समय में, जब चारों ओर अनिश्चितता और चुनौतियां थीं, तब (तत्कालीन प्रधानमंत्री) लाल बहादुर शास्त्री जी की दृढ़ इच्छाशक्ति वाले नेतृत्व में देश ने उन चुनौतियों का सामना किया. लाल बहादुर शास्त्री ने देश को जय जवान, जय किसान का नारा दिया था.”

आपको बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारी अपमान सहना पड़ा. शहबाज ने 1965-युद्ध में मिली जीत की फर्जी पोस्ट एक्स पर शेयर की थी. लेकिन सोशल मीडिया एक्स ने इस पोस्ट पर ‘रीडर्स कॉन्टेक्सट’ लगाकर पाकिस्तानी पीएम के दावे पर सवाल उठा दिए.

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