कनाडा लगातार भारत को साथ बिगड़े संबंधों को सुधारने का काम कर रहा है. नई दिल्ली के दौरे पर आईं कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने भारत के साथ रिश्तों को अहम बताते हुए, खालिस्तानी आतंकियों और समर्थकों को दो टूक कहा है कि, कनाडाई धरती पर किसी भी तरह की हिंसा और असुरक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
कनाडा में लगातार भारत के मोस्टवांटेड आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) की गतिविधियां बढ़ रही हैं. आए दिन इसके समर्थक भारतीय राजनयिकों को धमका रहे हैं.
भारत के साथ संबंध रीसेट नहीं उन्नति की ओर बढ़े: अनीता आनंद
अपने पहले दौरे पर नई दिल्ली आईं कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने भारत के साथ संबंधों पर जोर दिया है. अनीता आनंद ने अपने ताजा बयान में कहा, दोनों देशों के रिश्तें अब रीसेट नहीं बल्कि उन्नति के दौर में हैं.
आपको बता दें कि कनाडा की पूर्व ट्रूडो सरकार के कार्यकाल में भारत के साथ तनाव बढ़ गए थे. तत्कालीन पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत के मोस्टवांटेड खालिस्तानी आतंकी की हत्या पर भारतीय एजेंसियों और शीर्ष मंत्रियों पर बेबुनियाद गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद भारत ने करारा जवाब देते हुए अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था, और वहीं कनाडाई राजनयिकों को भारत छोड़ कर जाने के लिए कह दिया था.
लेकिन जस्टिन ट्रूडो के सत्ता में जाने के बाद जब मार्क कार्नी प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने भारत के साथ संबंधों को सुधारने पर तरजीह दी. मार्क कार्नी ने खालिस्तानियों के खिलाफ सख्ती दिखाई, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध में सुधार देखने को मिल रहा है.
कनाडा अपनी जमीन पर असुरक्षा नहीं पनपने देगा: अनीता आनंद
भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता है, कनाडा में खालिस्तानी आतंकी और समर्थक. जो आए दिन भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं. अनीता आनंद ने नई दिल्ली से इस बात की गारंटी ली है कि कनाडा अपनी जमीन पर किसी भी तरह की हिंसा या असुरक्षा बर्दाश्त नहीं करेगा और वहां के अधिकारी खालिस्तानी गतिविधियों पर सख्त नजर रख रहे हैं.
अनीता आनंद ने कहा, “दोनों देशों के संबंध अब दो ट्रैक पर आगे बढ़ेंगे. पहला ट्रैक कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संवाद का होगा जिसमें दोनों देश एक-दूसरे की चिंताओं को खुलकर रखेंगे. दूसरा ट्रैक साझेदारी और सहयोग के नए क्षेत्र, जैसे ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जलवायु परिवर्तन, व्यापार और लोगों के बीच आपसी जुड़ाव पर फोकस करेगा.”
खालिस्तानियों के मुद्दे पर अनीता आनंद ने कहा कि “कनाडा में आरसीएमपी (कनाडाई पुलिस) जांच कर रही है और किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा. कनाडा अपने नागरिकों और विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा को बेहद गंभीरता से लेता है. हमारे देश में किसी को भी हिंसा फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हर नागरिक को सुरक्षित महसूस करने का हक है, और हम यह सुनिश्चित करेंगे.”
प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री से मिलीं अनीता आनंद
कनाडाई विदेश मंत्री अनीता आनंद ने सोमवार को पीएम मोदी से मुलाकात की थी. पीएम मोदी ने खुद इस मुलाकात की तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, “कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद का स्वागत किया. आपसी विकास और समृद्धि के लिए व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, कृषि और लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई.”
वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “भारत और कनाडा के बीच संबंध पिछले कुछ महीनों में लगातार आगे बढ़ रहे हैं और दोनों देश साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्र को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं.”