अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे के बीच कि भारत, रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा, रूस के डिप्टी पीएम ने बड़ा बयान दिया है. रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने कहा है कि भारत, रूसी तेल के बड़े खरीददारों में से है. वहीं भारत, रूस से तेल का आयात अब सिर्फ रूबल ही नहीं, बल्कि चीनी करेंसी युआन में भी पेमेंट करने लगा है.
चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है भारत: रूसी डिप्टी पीएम
अलेक्जेंडर नोवाक ने अपने बयान में कहा कि “भारत ने रूसी तेल के लिए कुछ पेमेंट चीनी युआन में करना शुरू कर दिया है, हालांकि ज्यादातर लेनदेन अभी भी रूसी करेंसी रूबल में ही किए जाते हैं. लेकिन मुझे पता है कि चीनी करेंसी युआन में इस तरह के भुगतान शुरू हो गए हैं और मेरा मानना है कि वर्तमान में यह प्रतिशत कम है.”
रूस से किफायती दरों में मिल रहा भारत को तेल
दरअसल भारत पहले मिडिल ईस्ट के क्रूड ऑयल पर निर्भर था. लेकिन फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से ही रूसी तेल के अपने आयात में उस वक्त बढ़ोतरी हो गई, जब रूस ने भारत को सस्ता तेल बेचना शुरु किया. साल 2022 यानि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद मिडिल ईस्ट पर निर्भरता कम करते हुए भारत ने रूस से तेल खरीदना शुरु किया. इससे दो बातें हुईं, एक तो भारत को सस्ता तेल मिला तो दूसरा, वेस्ट देशों के आर्थिक प्रतिबंध झेल रहे रूस को भारत से आर्थिक तौर पर मदद मिली.
आंकड़ों के मुताबिक भारत रूस से तकरीबन 40 प्रतिशत तेल खरीदता है. यही बात अमेरिका को अखर रही है. अमेरिका भारत पर दबाव बना रहा है कि रूस से तेल खरीदना बंद करके नई दिल्ली वॉशिंगटन से व्यापार करे. चूंकि रूस और भारत पारंपरिक मित्र होने के साथ-साथ पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी अच्छे संबंध हैं, इसलिए भारत, अमेरिकी दबाव को दरकिनार करके रूस से व्यापार कर रहा है.
पीएम मोदी से मिला आश्वासन, रूस से तेल खरीदना होगा बंद: ट्रंप
जहां रूस के उप प्रधानमंत्री दावा कर रहे हैं कि भारत अब रूस से चीनी करेंसी में भी तेल खरीद रहा है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को कहा है कि भारत जल्द रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा, क्योंकि पीएम मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है.
व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, “मोदी एक अच्छे व्यक्ति हैं और वह मुझे पसंद भी करते हैं. पहले भारत में कुछ महीनों में एक नया नेता आ जाता था, लेकिन मेरे दोस्त मोदी काफी लंबे समय से भारत की सत्ता संभाल रहे हैं और उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया है कि वह कुछ ही समय में भारत से तेल खरीदना बंद कर देंगे.”