पाकिस्तान में हाफिज सईद जैसे खूंखार आतंकियों और लश्कर ए तैयबा जैसे उनके खतरनाक संगठन को शहबाज सरकार से कैसे संरक्षण मिला हुआ है, इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली है.
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के करीबी मंत्री ने किया है लश्कर ए तैयबा सरगना हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी के दफ्तर का दौरा. वही राजनीतिक पार्टी जिसकी आड़ में हाफिज सईद दुनिया के सामने अपना चेहरा छिपा कर रखता है.
पाकिस्तान के राज्यमंत्री तलाल चौधरी ने आतंकी हाफिज सईद के संगठन से जुड़े पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के कार्यालय में पहुंचकर अपना समर्थन जाहिर किया है.
शहबाज के मंत्री ने दिया आतंकी हाफिज को समर्थन
पाकिस्तान के केंद्रीय गृहराज्य मंत्री तलाल चौधरी ने लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के ऑफिस का दौरा किया है. जहां हाफिज सईद के करीबियों और पार्टी के नेताओं ने उनका स्वागत किया. मंत्री का ये दौरा लश्कर जैसे आतंकी संगठन को राजनीतिक संरक्षण के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं एक बार फिर से दुनिया के सामने आ चुका है कि पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी दावे सिर्फ सिर्फ कोरी बकवास है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाफिज ने डर के मारे टाल दी अपनी रैली
भारत के मोस्टवांटेड और वैश्विक आतंकी हाफिज सईद ने 2 नवंबर को लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान नाम की रैली बुलाई थी. हालांकि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की गुजारिश पर हाफिज ने ये रैली टाल दी थी.
अपने बयान में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ने भीड़ को जानकारी दी कि अमीर-ए-मोहतर्म (हाफिज सईद) ने रैली टालने का फैसला किया है. लेकिन सच्चाई ये है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना के तगड़े एक्शन के बाद से पाकिस्तान में हाफिज सईद और मौलाना मसूद अजहर जैसे आतंकी खौफ में हैं. 06-10 मई तक चले भारत के सैन्य एक्शन के बाद अपना हेडक्वार्टर और 100 से ज्यादा आतंकियों को खो चुके हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाफिज और मसूद अजहर को अंडर ग्राउंड कर दिया गया है. 24 घंटे हाफिज सईद आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के साए में रहता है.
कहने को तो हाफिज सईद को पाकिस्तान में टेरर फंडिंग मामले में सजा मिली हुई है और वो कोट लखपत जेल में हैं, लेकिन ये सिर्फ पाकिस्तान का दिखावा है.
शहबाज के मंत्री के दौरे पर पाकिस्तानी मीडिया और एक्सपर्ट्स ने उठाए सवाल
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद, हाफिज सईद के संगठन की राजनीतिक शाखा सक्रिय है. पीएमएमएल ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि मंत्री तलाल चौधरी ने पार्टी नेतृत्व के साथ विस्तृत बैठक की, जिसमें मौजूदा राजनीतिक माहौल और प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत की गई.
तलाल चौधरी के इस दौरे को लेकर पाकिस्तानी मीडिया ने भी सवाल उठाए हैं. विशेषज्ञ कहा जा रहा है कि शहबाज शरीफ सरकार, हाफिज सईद और उसके संगठन के प्रति नरमी बरत रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि शरीफ सरकार राजनीतिक मजबूती के लिए कट्टरपंथी गुटों से नजदीकी बढ़ा रही है, जो आंतरिक सुरक्षा और विदेश नीति दोनों के लिए खतरा है.
ये कोई पहला मामला नहीं है. हाल ही में पंजाब विधानसभा अध्यक्ष मलिक अहमद खान ने कसूर जिले में पीएमएमएल की एक रैली में हिस्सा लिया और हाफिज सईद की तारीफ की थी.

