अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकार को आतंकी संगठन घोषित करते हुए नेवल ब्लॉकेड का ऐलान कर दिया है. ऐसे में अब अमेरिका किसी भी प्रतिबंधित तेल के जहाज को ना तो वेनेजुएला में दाखिल होने देगा और ना बाहर निकलने देगा. अमेरिकी की इस कार्रवाई को वेनेजुएला, संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की तैयारी कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया पर वेनेजुएला की घेराबंदी के लिए सबसे बड़े आर्मेडा यानी जंगी बेड़े का ऐलान किया. ट्रंप ने लिखा कि “वेनेजुएला पूरी तरह से साउथ अमेरिका के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े जंगी बेड़े से घिरा हुआ है. नौसैनिकों का बेड़ा इतना बढ़ाया जाएगा जैसा वेनेजुएला ने पहले कभी नहीं देखा होगा.”
ट्रंप ने आगे लिखा कि समुद्री घेराबंदी तब तक रहेगी जब तक वेनेजुएला, संयुक्त राज्य अमेरिका से चुराए सारा तेल और जमीन वापस नहीं कर देता. ट्रंप ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा कि ये “अवैध सरकार इस तेल का इस्तेमाल खुद को वित्त पोषित करने, मानव तस्करी, नशे का सामान, हत्या और अपहरण के लिए कर रही है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा कि “आतंकवाद और ड्रग्स की तस्करी की वजह से वेनेजुएला सरकार को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है.”
उल्लेखनीय है कि ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला की मादुरो सरकार पर ड्रग्स स्मगलिंग की गंभीर आरोप लगाए हैं. मंगलवार को अमेरिका की दक्षिणी मिलिट्री कमांड ने वेनेजुएला की तीन (03) बोट्स को समंदर में हवाई हमले में तबाह कर दिया था. अमेरिका का आरोप था कि इन तीनों बोट्स से अमेरिका के लिए ड्रग्स सप्लाई की जा रही थी. इस हमले में बोट में सवार आठ (08) लोगों की मौत हो गई थी. इस वर्ष सितंबर से ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला की कई बोट्स को ड्रग्स तस्करी के आरोप में समंदर में डुबो दिया है.
ट्रंप ने मादुरो को देश छोडकर भागने की चेतावनी भी दी है और गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित कर रखा है. लेकिन मादुरो ने ट्रंप की सभी धमकियों को धत्ता बता दिया है. ऐसे में दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव जैसी स्थिति बन गई है.
बुधवार को ट्रंप ने अमेरिका की पूर्ववर्ती बाइडेन सरकार को भी नहीं बख्शा. ट्रंप ने कहा कि “कमजोर बाइडेन प्रशासन के दौरान मादुरो सरकार ने जो अवैध इमिग्रेशन और अपराधियों को अमेरिका भेजा था उसे तेजी से वेनेजुएला भेजा जा रहा है.”
ट्रंप ने चेतावनी दी कि “अमेरिका अपराधियों, आतंकवादियों या अन्य देशों को हमारे राष्ट्र को लूटने, धमकाने या नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं देगा. इसी तरह किसी दुश्मन देश को तेल, अपनी जमीन पर कब्जा करने की नहीं अनुमति नहीं देंगे.”

