बांग्लादेश में आउट ऑफ कंट्रोल हो गए हैं हालात. कट्टरपंथी शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद जल उठा है बांग्लादेश. भारत के विरोधी और शेख हसीना को अपदस्थ करने में अहम भूमिका निभाने वाले उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश जल उठा है.
ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन, आगजनी और पत्थरबाजी हुई है. शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के दफ्तर को निशाना बनाया गया है. प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के दफ्तर को बुलडोजर से गिरा दिया है. वहीं भारतीय दूतावास पर भी हमले की कोशिश की गई है.
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रमुख अखबारों के दफ्तरों पर भी हमला बोल दिया है. बिगड़ते हालात देख बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने आपात बैठक बुलाई है.
पहले कट्टरपंथियों को शह, अब कट्टरपंथी ही बने बांग्लादेश के गले की फांस
पिछले सप्ताह निर्दलीय उम्मीदवार और इंकलाब मंचो के प्रवक्ता उस्मान हादी को उस वक्त गोली मार दी गई जब वो टुकटुक रिक्शा में सफर कर रहा था. तभी एक मोटरसाइकिल आए दो शूटर्स ने बेहद पास से हादी को गोली मार दी. गंभीर हालत में हादी का इलाज ढाका में किया गया और फिर उसे इलाज के लिए सिंगापुर भेज दिया गया. लेकिन सिंगापुर में इलाज के दौरान हादी की मौत हो गई. जैसे ही सिंगापुर से ये खबर ढाका पहुंची, ढाका में हालात बिगड़ गए.
हादी के समर्थक सड़कों पर उतर गए और पत्थर बरसाने लगे. पत्थरबाजी के बाद कई अहम इमारतों में तोड़फोड़ की गई और फिर इमारतों में आग लगा दी गई. प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और कई मीडिया दफ्तरों पर हल्लाबोल दिया.
भारतीय सहायक उच्चायोग के घर हमला, आवामी लीग के दफ्तर को प्रदर्शनकारियों ने बुलडोजर से गिराया
प्रदर्शनकारियों की ओर से मीडिया कार्यालयों में आग लगाने के दौरान 30 से ज्यादा पत्रकारों को रेस्क्यू किया गया. वहीं ढाका में प्रमुख बंगाली सांस्कृतिक संगठन छायानाट के परिसर में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई. उत्तर-पश्चिमी जिले राजशाही में प्रदर्शनकारियों ने बुलडोजर के जरिये अवामी लीग पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त कर दिया.
चटगांव में प्रदर्शनकारियों ने भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला किया पत्थर फेंके और धरना प्रदर्शन किया. इसके अलावा अवामी लीग के पूर्व शिक्षा मंत्री के घर में आग लगा दी.
भारत के खिलाफ बांग्लादेश में नारे, हादी के मौत में जबरन घसीटा जा रहा भारत का नाम
ढाका में भारतीय उच्चायोग पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमले की कोशिश की है.
दरअसल हादी की मौत में बांग्लादेश के एंटी इंडिया लोग जबरन भारत को घसीट रहे हैं. गुरुवार को रात 9.40 एक पोस्ट में इंकलाब मंच ने शरीफ उस्मान हादी की मौत की घोषणा करते हुए लिखा, “भारतीय वर्चस्व के खिलाफ संघर्ष में अल्लाह ने महान क्रांतिकारी उस्मान हादी को शहीद के रूप में स्वीकार किया है.”
चार शहरों में भारतीय उच्चायोग से वीजा का काम बंद कर दिया गया है. ये शहर हैं ढाका, राजशाही, खुलना और चटगांव. यहां भारतीय उच्चायोग के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी गई है. उस्मान हादी की मौत के बहाने बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाएं भड़का रहे हैं. ताकि आगामी चुनाव में भारत विरोधी माहौल बनाकर वोट बटोरा जा सके.
कौन था कट्टरपंथी हादी, जिसकी मौत से जला बांग्लादेश
हादी वो शख्स है, जिसने बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्ता पलटने में अहम भूमिका निभाई थी. और अक्सर भारत-विरोधी बयान देता रहता था. हादी बांग्लादेश का वो कट्टरपंथी था जो भारत के पूर्वी राज्यों को काटने जैसी नफरती भाषा बोलता था.
बताया जा रहा है कि अटैक से कुछ घंटे पहले उस्मान हादी ने भारत के उत्तर-पूर्व को बांग्लादेश का हिस्सा बताकर नक्शा जारी कर पोस्ट किया था. उस्मान हादी बांग्लादेश के चुनाव में हिस्सा ले रहा था.
जल्द पकड़े जाएंगे हादी के हत्यारे: मोहम्मद यूनुस
अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए हादी की मौत की खबर देश को साझा की. कहा कि “मैं आपके समक्ष अत्यंत दुखद समाचार लेकर आया हूं. जुलाई विद्रोह के निडर योद्धा और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी अब हमारे बीच नहीं रहे.”
यूनुस ने हादी के हत्यारों को पकड़ने के लिए त्वरित कार्रवाई का वादा किया और एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की.

