ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों पिटने के बाद पाकिस्तानी चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज असीम मुनीर के नित-नए बेतुके बयान सामने आ रहे हैं. असीम मुनीर का ताजा बयान आया है कि भारत के खिलाफ बुनयान अल मरसूस (7-9 मई) के दौरान ‘अल्लाह’ ने मदद की थी. यानी भारत के खिलाफ चीन के हथियार फेल होने के बाद ‘फरिश्तों’ ने पाकिस्तानी सेना की मदद की थी.
पाकिस्तानी उलेमाओं के सम्मलेन में दिया बयान
मुनीर ने ये बयान, इसी महीने के शुरुआत में इस्लामाबाद में आयोजित नेशनल उलेमा कॉन्फ्रेंस में दिया. इस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित बड़ी संख्या में इस्लामिक मौलाना और स्कॉलर मौजूद थे. इस सम्मेलन का वीडियो अब सामने आया है.
ये वीडियो ऐसे समय में सामने आया है जब मुनीर इन दिनों लीबिया के आधिकारिक दौरे पर है.
मुनीर को वीडियो में कहते सुना जा सकता है कि बुनयान अल मरसूस के दौरान उसने खुद ‘महसूस’ किया कि अल्लाह मदद कर रहा है. कुरान की आयत का हवाला देते हुए पाकिस्तान के फेल्ड (फील्ड) मार्शल ने कहा कि अगर हम अपनी ‘हरकतों’ को सही रखेंगे तो अल्लाह के फरिश्ते भी मदद करने आते हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ पाकिस्तान ने शुरु किया था बुनयान अल मरसूस, खानी पड़ी थी मुंह की
भारत के ऑपरेशन सिंदूर (6-10 मई) के विरोध में पाकिस्तानी सेना ने बुनयान अल मरसूस (7-9 मई) नाम का ऑपरेशन छेड़ा था. तीन दिनों के दौरान पाकिस्तान ने सिचायिन से लेकर रण ऑफ कच्छ तक रोजाना 300 (तीन दिन में करीब 900) ड्रोन और मिसाइल दागे थे. लेकिन भारतीय सेना (थलसेना और वायुसेना) ने पाकिस्तान के 90 प्रतिशत ड्रोन को आसमान में मार गिराया था.
जबकि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और लश्कर के 09 ठिकानों सहित पाकिस्तानी वायुसेनाओं के 11 एयरबेस तबाह कर दिए थे. जबरदस्त तबाही के बाद, पाकिस्तान ने भारत से युद्धविराम की अपील की थी.
मुनीर को लगता है अफगान फतवे से डर
उलेमा कॉन्फ्रेंस में मुनीर को अफगानिस्तान के मौलानाओं के फतवे का डर भी साफ नजर आया. मुनीर ने अफगानी मूल के मौलानाओं से पाकिस्तान के खिलाफ फतवे वापस लेने का आह्वान किया. मुनीर ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से भी विद्रोही संगठन टीटीपी (तहरीक ए तालिबान) को मदद देने के बजाए पाकिस्तान का साथ देने की अपील की.

