बांग्लादेश में भारत विरोधी उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश उबल ही रहा था कि एक और स्टूडेंट लीडर की हत्या हुई है. शेख हसीना के विरोधी नाहिद इस्लाम की पार्टी एनसीपी यानी नेशनल सिटिजन पार्टी से जुड़े एक नेता मोहम्मद मोतालेब सिकदर को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी है.
अज्ञात बंदूकधारियों’ ने सिकदर को बांग्लादेश के खुलना में गोली मारी है. मोतालेब को उस वक्त टारगेट किया गया, जब अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस लॉ एंड ऑर्डर पर मीटिंग ले रहे थे. मोतालेब सिकदर को भी ठीक वैसे ही गोली मारी गई, जिस तरह से 12 दिसंबर को शूटर्स ने उस्मान हादी की हत्या की थी.
अज्ञात शूटर्स ने मारी नाहिद इस्लाम के करीबी को गोली
शेख हसीना के तख्तापलट के जिम्मेदार छात्र नेता नाहिद इस्लाम के करीबी और उसकी पार्टी से जुड़े मोतालेब सिकदर को गोली मारकर हमलावरों ने सनसनी फैला दी है. मोतालेब सिकदर को सिर में गोली मारी गई है. सिकदर को गंभीर हालत में खुलना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां छात्र नेता की हालत गंभीर बनी हुई है.
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब बांग्लादेश शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद जल रहा है. राजधानी ढाका समेत कई शहरों की सड़कों पर उपद्रव मच रहा है, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं लगातार हो रही हैं और अल्पसंख्यकों को कट्टरपंथी टारगेट कर रहे हैं.
गोलीबारी के बाद क्या है एनसीपी का बयान?
गोलीबारी की घटना के बाद नाहिद इस्लाम की नई पार्टी एनसीपी द्वारा बयान जारी किया गया है. पार्टी ने बताया कि मोतालेब सिकदर नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के नेता हैं और पार्टी के खुलना डिवीजन के प्रमुख हैं और साथ ही इसके वर्कर्स फ्रंट के सेंट्रल कोऑर्डिनेटर के तौर पर भी काम करते हैं.
एनसीपी को शेख हसीना का धुर-विरोधी पार्टी माना जाता है. नाहिद खुले तौर पर शेख हसीना के खिलाफ आग उगलता रहता है. शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद नाहिद को चीफ एडवाइजर यूनुस का करीबी माना जाता है. यूनुस की अंतरिम सरकार में नाहिद सलाहकार पद पर भी रह चुका है. लेकिन बाद में चुनाव लड़ने की इच्छा जागने के बाद नाहिद ने एडवायजर पद छोड़ दिया था और एनसीपी बनाई थी.
37 वर्षीय सिकदर इसी एनसीपी का नेता है. 2024 के जुलाई विद्रोह में नाहिद इस्लाम के साथ सिकदर बेहद एक्टिव था. सिकदर ने सोशल मीडिया पर सक्रिय भूमिका निभाई. साल 2025 में जब नाहिद इस्लाम ने पार्टी का गठन किया तो सिकदर को खुलना का प्रभार सौंपा गया.
सिकदर को गोली मारने के पीछे चुनावी रंजिश या लड़की से अनबन?
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक मोतालेब सिकदर अक्सर खुलना गाजी मेडिकल इलाके में अल अक्सा मस्जिद लेन में एक किराए के घर में आता-जाता था. यह मकान दो महिलाओं ने किराये पर ले रखा था. सिकदर इस मकान में रहने वाली महिला से मिलता था.
गोलीबारी की घटना उसी किराए के घर में हुई है. घटना के बाद पुलिस को घर से तलाशी के दौरान ड्रग्स और विदेशी शराब की बोतलें मिली हैं.
नेता सिकदर के साथ वो महिला कौन थी, वारदात के बाद कहां है, इसके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है.
खुलना के डिप्टी पुलिस कमिश्नर ने मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने कहा कि “ये घटना आपसी टकराव का नतीजा हो सकती है, क्योंकि क्राइम सीन के आस-पास के इलाके में ड्रग्स और महिलाओं से जुड़ी आपराधिक घटनाओं का इतिहास रहा है.”
एनसीपी ने लगाया शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पर आरोप
खुलना में नेशनल सिटिजन पार्टी के चीफ कोऑर्डिनेटर मुफ्ती फैजुल्लाह का दावा है कि “उन्होंने घायल सिकदर से बात की है. सिकदर ने बताया कि सुबह करीब 10:30 बजे वह सर्जिकल इलाके के पास एक दुकान पर चाय पी रहे थे. उनके साथ वाले लोग जब चले गए, तो हेलमेट पहने कुछ आदमी उन्हें एक गली में ले गए, उन्हें पीटा, गोली मारी और फिर भाग गए.”
एनसीपी का आरोप है कि इस वारदात के पीछे शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग का हाथ है.

