भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान से लोहा लेने वाले बीएसएफ ने सांबा की पोस्ट का नाम सिंदूर रखने का प्रस्ताव दिया है. सेना के साथ-साथ बीएसएफ जवानों ने भी पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए. ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकियों कैंप की तबाही के बाद पाकिस्तानी सेना के गोलियों का जवाब गोलों से दिया गया.
बीएसएफ ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी लॉन्च पैड लूनी को निशाना बनाया जिसमें आतंकवादियों के साथ-साथ कई पाकिस्तानी रेंजर्स को भी नुकसान पहुंचा था. भारतीय सेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीएसएफ की सराहना की थी.
लूनी लॉन्च पैड को बनाया गया निशाना:बीएसएफ आईजी
बीएसएफ आईजी जम्मू शशांक आनंद के मुताबिक “9 और 10 मई को पाकिस्तान ने अखनूर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के भारी गोलीबारी की थी. ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों के कैंप तबाह करने के बाद आतंकियों का साथ देने के लिए पाकिस्तान ने फायरिंग की थी.” बीएसएफ आईजी बताते हैं कि “पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग का जवाब देने के लिए हमने योजनाबद्ध तरीके से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी लॉन्च पैड ‘लूनी’ को निशाना बनाया. बीएसएफ के जवाबी हमले में कई आतंकवादी, उनके स्थानीय सहयोगी, पाकिस्तानी रेंजर्स और अधिकारी घायल हुए.”
9 मई को पाकिस्तान ने मोर्टार से हमारी कई चौकियों को टारगेट किया:बीएसएफ
आरएस पुरा सेक्टर के डीआईजी के मुताबिक, “9 मई को पाकिस्तान ने कई चौकियों को निशाना बनाया. लेकिन बीएसएफ पहले से तैयार थी. पाकिस्तान ने सबसे पहले फ्लैट ट्रैजेक्टरी हथियार और मोर्टार से हमारी चौकियों को निशाना बनाना शुरू किया. पाकिस्तान ने एक गांव अब्दुलियान को भी निशाना बनाया. लेकिन हमारे बीएसएफ जवानों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. जब पाकिस्तान ने फायरिंग कम की तो ड्रोन गतिविधियां बढ़ा दीं. जवाब में बीएसएफ ने पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड मस्तपुर को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया.”
बीएसएफ की महिलाकर्मियों ने ध्वस्त की पाकिस्तानी चौकियां
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की महिलाकर्मियों ने अग्रिम ड्यूटी चौकियों पर लड़ाई लड़ी थी. बीएसएफ के आईजी के मुताबिक, बहादुर महिला कर्मियों, सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने एक अग्रिम चौकी की कमान संभाली, कॉन्स्टेबल मंजीत कौर, कॉन्स्टेबल मलकीत कौर, कॉन्स्टेबल ज्योति, कॉन्स्टेबल सम्पा और कॉन्स्टेबल स्वप्ना और दूसरे जवानों ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ फॉरवर्ड चौकियों पर पाकिस्तान का मुकाबला किया.
बीएसएफ के शहीद जवानों की याद में कई चौकियां, सिंदूर पोस्ट का भी प्रस्ताव
बीएसएफ के आईजी ने कहा, पाकिस्तान द्वारा बीएसएफ चौकियों पर ड्रोन हमले और गोलाबारी में हमने बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज, कॉन्स्टेबल दीपक कुमार और भारतीय सेना के नायक सुनील कुमार को खो दिया. हम अपने दो पोस्ट (सांबा) का नाम अपने खोए हुए कर्मियों के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखते हैं और एक पोस्ट का नाम ‘सिंदूर’ रखने का प्रस्ताव रखते हैं. यह पोस्ट ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और बलिदान का प्रतीक होगी.