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इजरायल ने ट्रिपल-H के खात्मे की ठानी, आई हूती विद्रोहियों की बारी

7 अक्टूबर के हमले की पहली बरसी से पहले इजरायल ने ट्रिपल एच के खात्मे की तारीख मुकर्रर कर दी है. हमास, हिजबुल्लाह और हूती विद्रोही यानी ट्रिपल एच को जड़ से मिटाने की बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायली सेना ने कसम खाई थी, उसे निभाते हुए इजरायल लगातार आक्रामक है. हिजबुल्लाह के आका नसरल्लाह के खात्मे के बाद इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ किया है बड़ा प्रहार.

इजरायली सेना ने यमन के हूती आतंकियों पर की है बड़ी एयर स्ट्राइक. हिजबुल्लाह चीफ की मौत की पुष्टि के बाद इजरायली सेना ने अपनी रुख अब यमन की ओर कर लिया है. रविवार से हूतियों के खिलाफ शुरु किया गया ऑपरेशन जारी है. इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने घोषणा की कि “उनकी सेना के लिए कोई भी जगह बहुत दूर नहीं है.”

हूती नियंत्रित जगहों पर इजरायल ने बरसाए बम
पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास के हमले के बाद से यमन के हूती आतंकी लगातार हमास के पक्ष में हमले कर रहे थे. लाल सागर में हूती आतंकी लगातार इजरायली जहाजों को निशाना बना रहे थे. ऐसी कई तस्वीरें आई थीं जब हूतियों ने जहाज पर हेलिकॉप्टर से अटैक करके सभी लोगों को बंधक तक बना लिया था. पर अब हिजबुल्लाह के बाद इजरायल ने हूती के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. 

इजरायली एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने यमन के बंदरगाह शहर होदेदाह में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर दर्जनों हमले किए हैं. आईडीएफ ने बिजली संयंत्रों और एक बंदरगाह पर हमला किया, जिसका इस्तेमाल तेल आयात करने के लिए किया जाता है.

न्यूयॉर्क से लौटते वक्त हूतियों ने बनाया था नेतन्याहू को निशाना
हूती आतंकियों ने शनिवार को बेन गुरियन हवाई अड्डे पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था. हूतियों का यह हमला तब हुआ था जब इजरायली पीएम नेतन्याहू वहां पहुंच रहे थे. हूती के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने यह ऐलान किया था और कहा था कि “इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आगमन पर बेन गुरियन एयरपोर्ट पर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई.”

हूती के इस हमले के बाद आईडीएफ ने हूतियों से बदला लिया. आईडीएफ के मुताबिक, “हवाई हमलों में लड़ाकू विमानों, बिजली संयंत्रों और यमन में रास इस्सा और होदेदाह बंदरगाहों पर एक समुद्री बंदरगाह सहित दर्जनों विमानों को निशाना बनाया गया,जिनपर हूतियों का कब्जा है.” (https://x.com/IDF/status/1840651455683817801)

होदेदाह बंदरगाह को हूती विद्रोहियों का गढ़ माना जाता है. जिस बंदरगाह पर इजरायल ने बम बरसाए उसका इस्तेमाल हूती विद्रोही ईरान से हथियारों की तस्करी में भी करते हैं. विद्रोही इसी बंदरगाह से पूरे लाल सागर पर नजर रखते हैं और इजरायल समर्थित जहाजों पर हमले करते हैं. ये हमले 7 अक्टूबर के बाद ज्यादा बढ़ गए थे. (https://x.com/FinalAssault23/status/1840573800569516063)

1800 किलोमीटर दूर, सटीक निशाना, सऊदी अरब मददगार?
यमन का होदेदाह बंदरगाह इजरायल से करीब 1800 किलोमीटर दूर स्थित है. इतनी दूरी पर सटीक हमले करना काफी बड़ी बात मानी जाती है. कहा जा रहा है कि इजरायल ने सऊदी अरब के एयरस्पेस का इस्तेमाल करके हूतियों पर टारगेट किया है. 

आईडीएफ ने एरियल स्ट्राइक का जो वीडियो साझा किया है उसमें अमेरिका से लिए एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट दिखाई पड़ रहे हैं. माना जा रहा है कि हूती विद्रोहियों के खिलाफ इन्हीं एफ-35 लड़ाकू विमानों से बमबारी की गई है. ये स्टील्थ फाइटर जेट किसी भी रडार की जद में नहीं आते हैं. यही वजह है कि 1800 किलोमीटर पहुंचकर स्ट्राइक की और किसी को कानो-कान खबर तक नहीं लगी. हालांकि, आईडीएफ ने रिफ्यूलिंग के लिए मिशन के दौरान एक रिफ्यूल-एयरक्राफ्ट भी साथ में तैनात किया था.

आईडीएफ प्रवक्ता हर्जी हलेवी ने कहा, “हम जानते हैं कि बहुत दूर, और भी दूर तक कैसे पहुंचना है. हम जानते हैं कि वहां सटीक तरीके से कैसे हमला करना है. पिछले एक साल से, हूती ईरान के निर्देशन और वित्त पोषण के तहत और इराकी मिलिशिया के सहयोग से इजरायल पर हमला कर रहे हैं. हूती क्षेत्रीय स्थिरता को कम करने और नेविगेशन की वैश्विक स्वतंत्रता को रोक रहे हैं. आईडीएफ पास या दूर किसी भी और कितनी भी दूरी पर इजरायल के नागरिकों के लिए सभी खतरों के खिलाफ दृढ़ हैं.” (08 टन बारूद से हुआ नसरल्लाह ढेर, 30 मीटर गहरे गड्ढे में दफन)

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