पीएम मोदी के परम-मित्र रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक दिन में दो-दो बार नजरअंदाज कर घनघोर बेइज्जती कर डाली है. पहले, पुतिन ने शहबाज को ठीक पीछे खड़े होने के बावजूद इग्नोर कर दिया, फिर 40 मिनट तक मीटिंग के लिए इंतजार करा डाला. हार कर पाकिस्तानी पीएम ने पुतिन की मीटिंग में गेट-क्रैश कर दिया.
भारत के दौरे के आठ (08) दिन बाद शुक्रवार को पुतिन ने तुर्कमेनिस्तान का दौरा किया है. मौका था इंटरनेशनल पीस एंड ट्रस्ट फोरम के सम्मेलन का. तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में आयोजित इस सम्मेलन में रूस, पाकिस्तान, तुर्किए और ईरान सहित कई मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा ले रहे हैं.
फोटो-ऑप्स के दौरान शहबाज को किया नजरंदाज
शुक्रवार सुबह, फोटो ऑप्स के दौरान भी पुतिन ने पहले शहबाज को नजरअंदाज कर दिया था. शहबाज की पोजीशन जबकि पुतिन के ठीक पीछे थी. ऐसे में शहबाज को मन मसोस कर रहना पड़ा. फोटो ऑप्स के बाद हालांकि, शहबाज ने पुतिन को पकड़ लिया और कुछ मिनट बातचीत की.
पुतिन-एर्दोगन मीटिंग में गेटक्रैश किया शहबाज ने
इसके बाद पुतिन और शहबाज में द्विपक्षीय मुलाकात होनी थी. मीटिंग वाले कमरे में शहबाज को पूरे 40 मिनट इंतजार करना पड़ा. बाद में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गेट-क्रैश कर की रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात. क्योंकि उसी दौरान पुतिन की तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन से मीटिंग चल रही थी. खास बात है कि रूस के सरकारी मीडिया ने शहबाज के लंबे इंतजार और फिर गेट-क्रैश का वीडियो भी जारी कर दिया है. (https://x.com/OsintTV/status/1999471032218890676?s=20)
इसी वर्ष सितंबर के महीने में भी चीन में हुई एससीओ समिट में पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शहबाज को नजरअंदाज कर दिया था. बाद में जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पुतिन की अगवानी कर रहे थे, तब शहबाज शरीफ भीड़ को चीरते हुए पुतिन से हाथ मिलाने के लिए कूद पड़े थे. इस दौरान शी जिनपिंग भी असहज हो गए थे.
दरअसल, पुतिन की पीएम मोदी और भारत के रूस से मजबूत संबंध के चलते पाकिस्तान असहज महसूस करता है. लेकिन पुतिन और शहबाज के बीच पुरानी अदावत भी है. उस दौरान शहबाज ने पुतिन से पहले हाथ ना मिलाकर, रूस के विदेश मंत्री लावरोव से हाथ मिलाया था. पुतिन ने अपनी इस बेइज्जती को आज तक नहीं भूलाया है. ऐसे में जब भी शहबाज से मुलाकात होती है, गजब बेइज्जती करना नहीं भूलते.
पुतिन के हाथों लगातार बेइज्जत होने पर एक बार शहबाज ने अपनी शिकायत भी दर्ज कराई थी. शहबाज ने पुतिन से कहा था कि पाकिस्तान, भारत और रूस के संबंधों का आदर करता है, लेकिन चाहता है कि रूस और पाकिस्तान के बीच भी नजदीकियां बढ़ जाए.

