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नक्सलवाद खत्म करने का प्रण CRPF के दम पर: अमित शाह

देश में कहीं भी अशांति हो तो मुझे जब पता चलता है कि सीआरपीएफ वहां है तो मैं निश्चिंत होकर अपना काम कर पाता हूं, क्योंकि मुझे विश्वास है कि अगर सीआरपीएफ है तो उसके जवान की विजय सुनिश्चित है. 

——गृह मंत्री अमित शाह

86वें सीआरपीएफ के स्थापना दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के नीमच में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ की जमकर तारीफ की. अमित शाह ने सीआरपीएफ के शौर्य और पराक्रम को सराहा और देश से नक्सलवाद मिटाने के प्रण को लेकर गृहमंत्री ने सीआरपीएफ की तारीफ की.

अमित शाह ने कहा कि “सीआरपीएफ के जवानों ने दुर्दांत नक्सलियों को चार जिलों तक समेट कर रख दिया है. शाह ने कहा, मैंने जब देश से नक्सलवाद खत्म करने के मार्च 2026 की डेडलाइन दी है, वो सीआरपीएफ के दम पर ही दी गई है. इन सारे कारनामों में हमारे सीआरपीएफ के जवानों का बहुत बड़ा योगदान है. ढेर सारी पुस्तकें भी इनकी वीरता, इनकी कर्तव्यपरायणता, इनके हौंसले और देशभक्ति की गाथा नहीं लिख सकती.”

गृह मंत्री ने कहा कि “साल 1939 में सीआरपीएफ का गठन ग्राउंड रिप्रजेंटेटिव पुलिस के नाम से हुआ था. मैं आज इस मंच से सीआरपीएफ के हर जवान को ये कहना चाहता हूं कि कभी भी ये मत भूलना कि आपके नए स्वरूप सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की स्थापना और उसका ध्वज देने का काम महान सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया था.

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव और आतंकियों के खात्मे में सीआरपीएफ की अहम भूमिका: शाह

अमित शाह ने कहा कि, “धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में सीआरपीएफ की वजह से बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हुए हैं. वहां एक भी बूथ नहीं लूटा गया और न ही कहीं एक भी गोली चली. ये सब भी सीआरपीएफ के निष्पक्ष सेवा के चलते संभव रहा है. कश्मीर की वादियों में नापाक इरादे रखकर अशांति फैलाने वाले आतंकियों से लड़ना हो, चाहे पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने के लिए तैनात होना हो, या पशुपतिनाथ से तिरुपति तक लाल आतंक फैलाने का हौसला रखने वाले नक्सलियों को चार जिलों में समेटकर रखना हो, सभी में सीआरपीफ के जवानों का बड़ा योगदान है.”

देश की एकता अखंडता के लिए सीआरपीएफ जवान सर्वोच्च बलिदान देने से पीछे नहीं हटते- अमित शाह

दूसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद साल 2019 में गृहमंत्रालय ने ये फैसला किया था कि सीआरपीएफ का स्थापना दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में मनाया जाएगा.इसी के तहत नीमच में धूमधाम से सीआरपीएफ का स्थापना दिवस मनाया गया. इस दौरान अमित शाह ने सीआरपीएफ जवानों का हौसला बढ़ाया और बलिदानियों को याद किया.

अमित शाह ने कहा, “मैं सभी 2264 शहीदों के परिवारजनों को मैं कहना चाहता हूं कि आज देश 2047 तक सर्वोच्च स्थान पर बैठने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उसमें आपके परिजनों के बलिदान का बहुत बड़ा योगदान है. जब भी देश की आजादी की शताब्दी का स्वर्ण ग्रंथ लिखा जाएगा, सबसे पहले इन अमर शहीदों की वीरता की गाथा स्वर्णिम अक्षरों से लिखी जाएगी. इसका मुझे पूरा विश्वास है. सीआरपीएफ ने हमेशा देश की एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी.”

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