रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक और करीबी जनरल की राजधानी मॉस्को में हत्या कर दी गई है. पुतिन के सीनियर लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक को उस वक्त निशाना बनाया गया, जब वो घर से अपनी कार में कहीं रवाना हो रहे थे. कार में जोरदार धमाका हुआ. विस्फोट इतना जोरदार था कि कार के परखच्चे उड़ गए और कार हवा में उछल गई.
ये धमाका क्रेमलिन से 20 किलोमीटर दूर हुआ. पिछले कुछ महीने में ये दूसरा बड़ा हमला है, जिसमें पुतिन के किसी करीबी को टारगेट किया गया है, वहीं कुछ दिनों पहले खुद राष्ट्रपति पुतिन की गाड़ी में भी धमाका किया गया था. ये धमाका ऐसे वक्त में हुआ है जब डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ एक बार फिर से युद्ध समाप्ति को लेकर पुतिन से मुलाकात करने वाले हैं. आपको बता दें कि स्टीव विटकॉफ मॉस्को में मौजूद हैं.
रूसी सेना के सीनियर जनरल की मौत, यूक्रेन पर शक
रूस के पूर्वी उपनगर बालाशिखा में एक तेज धमाके के बाद हड़कंप मच गया. रूसी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक अपने घर से निकलकर जैसे ही कार में बैठे. कार ब्लास्ट हुआ. कार को ब्लास्ट करने के लिए उसके भीतर 300 टीएनटी क्षमता के बराबर का बम रखा गया था. मौके पर ही जनरल की मौत हो गई. वहीं कार पूरी तरह से तहस-नहस हो गई. विस्फोट इतना तेज था आसपास बनी इमारतों की खिड़कियां भी टूट गईं. रूसी आपातकालीन सेवाओं का कहना है कि बरामद विस्फोटकों की शक्ति 300 ग्राम से अधिक टीएनटी के बराबर थी. धमाके में दो लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.
पुतिन के करीबी माने जाते थे जनरल मोस्कालिक
जिस जनरल को निशाना बनाया गया, वो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भरोसेमंद माना जाता था. कई मौकों पर पुतिन के लिए मोस्कालिक ने पुतिन के लिए बड़ी भूमिका निभाई थी. मेजर जनरल मास्कोलिक ने 2014 में मिंस्क समझौता कराया था. रूस ने इस पूरे मामले की जांच यूक्रेन एंगल से भी शुरू कर दी है.
घर के बाहर कार में किसने फिट किया शक्तिशाली विस्फोटक?
जनरल मोस्कालिक जिस इलाके में रहते थे, उसे रूस का पॉश इलाका माना जाता है. काफी शांत भी है. ऐसे में सवाल है कि घर में खड़ी कार में किसने विस्फोटक लगाया और वो भी इतना शक्तिशाली. रूस के सुरक्षा अधिकारियों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. सुरक्षा अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर घर के बाहर लगे इस कार में बम लगाने के लिए कौन आया था. कुछ दिनों पहले
टारगेट पर पुतिन, एक के बाद एक करीबियों की हो रही हत्या
कुछ महीने पहले पुतिन के करीबी जनरल इगोर किरिलोव की भी धमाके से हत्या की गई थी. इगोर न्यूक्लियर डिफेंस चीफ थे. इसके बाद फरवरी के महीने में ही रूस की सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने एक बड़ी साजिश को नाकाम किया था. यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने रूस के वरिष्ठ धर्मगुरु मेट्रोपॉलिटन टीखोन शेवकुनोव हत्या की साजिश रची थी. यह धर्मगुरु रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बेहद करीबी माने जाते हैं और इन्हें अक्सर ‘पुतिन का कन्फेसर’ कहा जाता है.
एफएसबी ने इस साजिश में शामिल दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. वहीं मार्च के महीने में खुद रूसी राष्ट्रपति की भी हत्या की कोशिश की गई थी. पुतिन के काफिले की लिमोजिन कार में धमाका हुआ था, लेकिन पुतिन उस गाड़ी में मौजूद नहीं थे और बच गए थे.