मणिपुर के विष्णुपुर में हुआ है बड़ा अटैक. अर्धसैनिक बलों के जवानों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई गई हैं. असम राइफल्स के जवानों को टारगेट करते हुए उनके वाहन पर एक हथियारबंद समूह ने गोलीबारी की है. इस घटना में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए, जबकि कई जवान घायल हैं. पूरे इलाके को घेरकर हथियारबंद लोगों की तलाश की जा रही है.
क्या है पूरी घटना, अधिकारियों ने दी जानकारी
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, अज्ञात बंदूकधारियों के एक समूह ने उस वाहन पर घात लगाकर हमला किया जिसमें असम राइफल्स के जवान राजधानी इंफाल से बिष्णुपुर जिले की ओर जा रहे थे.
असम राइफल्स के अधिकारियों के मुताबिक, “घटना शुक्रवार शाम तकरीबन 5:50 बजे की है. 33 असम राइफल्स यूनिट के जवानों की एक वाहन-आधारित टुकड़ी घने बसे हुए इलाके में अंधेरे के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर आगे बढ़ रही थी. मणिपुर के विमुक्त क्षेत्र, नाम्बोल सबल लेईकाई में, इस टुकड़ी पर राजमार्ग पर अज्ञात आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया. असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए और पाँच घायल हो गए, जिन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर है.”
आतंकियों की तलाश जारी, किसी समूह ने नहीं ली जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, इस अटैक की किसी भी समूह ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है. घटना में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने के लिए तलाशी अभियान जारी है. घटना के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी इलाके में पहुंची और हमलावरों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने घेराबंदी करके सर्च शुरु किया गया है.
पूर्व सीएम घायल जवानों से मिलने पहुंचे घटना की निंदा की
मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक्स पर लिखा, मैं नांबोल सबल लेइकाई में हमारे बहादुर 33 असम राइफल्स के जवानों पर हुए हमले की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं. दो जवानों की शहादत और कई अन्य का घायल होना हम सभी के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है. मैं शहीद जवानों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. उनका साहस और बलिदान हमेशा हमारे दिलों में रहेगा. इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
13 सितंबर को मणिपुर पहुंचे थे पीएम मोदी
मणिपुर में पिछले 2 वर्षों से चल रही कुकी और मैतेई हिंसा के बाद स्थिति सुधरी है. इसी महीने की 17 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा के बाद पहली बार मणिपुर का दौरा किया था. पीएम मोदी ने पीड़ितों का हालचाल जाना था और राज्य में शांति की अपील की थी.
सवाल है कि शुक्रवार को किस ग्रुप ने असम राइफल्स के जवानों पर हमला किया. कौन सा ग्रुप है जो मणिपुर की शांति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है. इस घटना के बाद लोगों ने मांग की है कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए देश के पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण हर क्षेत्र को सुरक्षित रखने और दुश्मनों को डरा कर रखने की जरूरत है.