भारत के खिलाफ आतंकियों के साथ मिलकर साजिश रचने वाली पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई पर टूटा है बीएलए का कहर. भारत को आंख दिखाने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान खुद अपने घर में ही घिरा हुआ है. जिस बीएलए (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी) ने ट्रेन हाईजैक करके पाकिस्तान की हालत खराब कर दी थी, अब उसी बीएलए ने आईएसआई के एक बड़े एजेंट को मौत के घाट उतार दिया है.
खबर है कि मुहम्मद नवाज नाम के इस एजेंट को बीएलए ने उस वक्त टारगेट किया जब वो अपनी टीम के साथ ग्वादर इलाके में सफर कर रहा था.
बीएलए ने ली आईएसआई एजेंट की हत्या की जिम्मेदारी
बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक बार फिर से पाकिस्तान को दहला दिया है. बीएलए ने पासनी इलाके में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट को मार गिराया है. बीएलए ने बयान जारी करके बताया है कि तीन दूसरे ऑपरेशन्स में बलूच आर्मी ने पाकिस्तानी सेना, पुलिस और सैन्दक प्रोजेक्ट के वाहनों को निशाना बनाया है और मेन नेशनल हाईवे पर नाकाबंदी कर दी है. बीएलए ने आईएसआई एजेंट को ग्वादर के पासनी शहर में एक खुफिया जानकारी के ऑपरेशन में टारगेट किया. आईईडी से ब्लास्ट किया गया. एजेंट की गाडी के परखच्चे उड़ गए. आईएसआई एजेंट की तैनाती ग्वादर पोर्ट पर थी.
पाकिस्तानी सेना पर बीएलए का स्नाइपर अटैक
बलूच लिबरेशन आर्मी ने जमुरान के जमकी टैंक इलाके में पाकिस्तानी सेना के जवानों पर स्नाइपर हमला किया है, इस हमले में पाकिस्तानी सेना का एक जवान मौके पर ही मारा गया है. बीएलए ने जानकारी देते हुए कहा, कि हमारे लड़ाकों ने देश के बोलन के धादर इलाके में पुलिस लाइन पर हैंडग्रेनेड से हमला किया है. अलग-अलग तीन घटनाओं की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन ने आर्मी ने ले ली है और पाकिस्तान को वॉर्निंग दी है कि हमले और तेजी से जारी रखे जाएंगे.
26 अप्रैल को बीएलए ने की 10 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या
बलूच लिबरेशन आर्मी ने क्वेटा के नजदीक मार्गट इलाके में पाकिस्तानी सेना पर हमला कर 10 सैनिकों को मार गिराया है. बीएलए के मुताबिक, यह हमला रिमोट-कंट्रोल्ड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस के जरिए किया गया, जिसमें सेना का वाहन पूरी तरह तबाह हो गया. 11 मार्च को क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को बीएलए के विद्रोहियों ने हाईजैक कर लिया था. आपको बता दें बीएलए के लड़ाकों ने स्पेशल मिलेट्री ट्रेनिंग ले रखी है. बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वो एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया. यही कारण है की बीएलए ने पाकिस्तान के नाक में दम कर रखा है.