बांग्लादेश के मुखिया अपने सैनिकों को किस युद्ध के लिए तैयार कर रहे हैं. चटगांव में चल रहे सैन्य अभ्यास को देखने पहुंचे मोहम्मद यूनुस ने अपने जवानों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है. इस दौरान मोहम्मद यूनुस के साथ बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान और नौसेना बल के प्रमुख एडमिरल एम नजमुल हसन भी मौजूद थे.
बांग्लादेश की संप्रभुता की रक्षा करनी होगी: मोहम्मद यूनुस
अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस ने राजबाड़ी सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र में 55 इन्फैंट्री डिवीजन द्वारा आयोजित अभ्यास का निरीक्षण किया. बांग्लादेश की सेना टैंक, हेलीकॉप्टर, तोपों के साथ सैन्य अभ्यास कर रही है.
इस दौरान मोहम्मद यूनुस ने अपने सैनिकों से कहा है, “देश की संप्रभुता की रक्षा करना होगा और युद्ध जीतने के लिए तैयारी बहुत जरूरी है.” यूनुस ने कहा, “जैसा कि खेलों में देखा जाता है, जो टीम अधिक तैयारी करती है और कड़ी मेहनत करती है, उसके जीतने की संभावना अधिक होती है. युद्ध में बिल्कुल यही होता है, इसलिए युद्ध के लिए निरंतर तैयारी जरूरी है.”
यूनुस ने कहा, “देश की सेना का आत्मविश्वास और भरोसा बढ़ा है. हम बांग्लादेश की सेना और अधिक आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
यूनुस सरकार ने लिया एक और भारत विरोधी फैसला
भारतीय सीमा पर तैनाती के लिए बांग्लादेशी सेना के लिए यूनुस सरकार टर्की (तुर्किए) से हल्के टैंक खरीद रही है. ये वो टैंक हैं, जो आतंकी संगठन आईएसआईएस के पास है. बताया जा रहा है कि यूनुस सरकार ने तुर्किए की एक डिफेंस कंपनी के साथ लाइट बैटल टैंक्स ‘ओटोकर तूलपर’ को लेकर बड़ी डील की है. इस डील के तहत बांग्लादेश से तुर्किए को 26 लाइट बैटल टैंक मिलेंगे. दावा किया जा रहा है कि साल 2025 में ही ये 26 लाइट बैटल टैंक बांग्लादेश पहुंचा दिए जाएंगे. (https://x.com/Defres360/status/1875192415134576674)
माना जा रहा है कि भारत से संबंध खराब करने के बाद अब बांग्लादेशी आर्मी आंख दिखा रही है. ये बात भी सच है कि बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार-उज-जमां तो खुद भारत के कायल है. (बांग्लादेश आर्मी चीफ का वादा, नहीं जाएंगे भारत के खिलाफ)
हाल ही में वकार उज जमां के अपने इंटरव्यू में कहा था कि “ढाका, बहुत मायनों में दिल्ली पर निर्भर करता है.बांग्लादेश ऐसा कुछ नहीं करेगा जो भारत के रणनीतिक हितों के खिलाफ हो. भारत और बांग्लादेश दोनों अपने हितों का समान महत्व के साथ ख्याल रखेंगे. यानी जब हम उनके हितों का ध्यान रखेंगे तो वे भी हमारे हितों का समान ध्यान रखेंगे.” (बांग्लादेश सीमा पहुंची अराकान आर्मी, म्यांमार के विद्रोही बढ़ाएंगे टेंशन)