सिडनी में हुए आतंकी हमले के शूटर के भारतीय पासपोर्ट होने पर तेलंगाना पुलिस ने अपना बयान जारी किया है. तेलंगाना पुलिस ने खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर हुई गोलीबारी में शामिल संदिग्ध शूटर्स में से एक साजिद अकरम, हैदराबाद का रहने वाला था. जो 27 साल पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था.
आपको बता दें कि 14 दिसंबर को इजरायली त्योहार हनुक्का की शुरुआत वाले दिन यहूदियों को टारगेट करते हुए सिडनी को दहलाया गया था. इस आतंकी हमले में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
इस गोलीबारी को 50 वर्षीय साजिद अकरम ने अपने 24 वर्षीय पुत्र नवीद अकरम के साथ अंजाम दिया था. नवीद को मौके से पकड़ लिया गया, लेकिन साजिद अकरम को मौके पर ढेर कर दिया गया था.
शूटर साजिद अकरम के पास भारतीय पासपोर्ट, तेलंगाना पुलिस ने क्या कहा?
सिडनी में मारे गए आईएसआईएस आतंकी साजिद अकरम को लेकर तेलंगाना पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी किया है. तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, “साजिद अकरम ने हैदराबाद से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की थी. वह करीब 27 साल पहले, नवंबर 1998 में रोजगार की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चला गया था. वहां साजिद अकरम ने एक यूरोपीय महिला वेनेरा ग्रोसो से शादी की और स्थायी रूप से वहीं बस गया. साजिद अकरम का बेटा नवीद (दूसरा शूटर) और एक बेटी ऑस्ट्रेलिया में ही पैदा हुए और वे ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं, जबकि साजिद आज भी भारतीय पासपोर्ट धारक है.”
पिता की मौत पर भी भारत नहीं आया. रिश्तेदारों से संपर्क में नहीं था : तेलंगाना पुलिस
तेलंगाना पुलिस ने अपने बयान में कहा, कि “साजिद ऑस्ट्रेलिया में बसने के बाद छह मौकों पर भारत आया था, मुख्यत: पारिवारिक कारणों से, जिनमें संपत्ति संबंधी मामले और बुजुर्ग माता-पिता से मुलाकात शामिल है, लेकिन वह अपने पिता की मौत के समय भारत नहीं आया था.”
पुलिस के मुताबिक, “परिवार के सदस्यों ने कहा है कि उन्हें न तो साजिद की कट्टरपंथी सोच या गतिविधियों के बारे में और न ही उन परिस्थितियों के बारे में कोई जानकारी थी, जिनके कारण वह कट्टरपंथ की राह पर चल पड़ा.”
जरूरत पड़े तो केंद्रीय एजेंसियों को मदद को तैयार, अटकलें और अफवाह न फैलाएं: तेलंगाना पुलिस
तेलंगाना पुलिस ने कहा, कि “साजिद और उसके बेटे नवीद अकरम के कट्टरपंथी बनने के पीछे के कारकों का भारत या तेलंगाना में किसी स्थानीय प्रभाव से कोई संबंध नहीं प्रतीत होता है. साजिद के खिलाफ 1998 में भारत छोड़ने से पहले देश में रहने के दौरान कोई प्रतिकूल रिकॉर्ड नहीं मिला है.”
“हम जरूरत पड़ने पर केंद्रीय एजेंसियों और अन्य समकक्षों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है. जनता और मीडिया सत्यापित तथ्यों के बिना अटकलें लगाने या आरोप-प्रत्यारोप से बचे.”
नवीद अकरम से ऑस्ट्रेलियाई एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ
बॉन्डी बीच पर गोलीबारी करते वक्त नवीद अकरम को मौके से पकड़ लिया गया था. हालांकि नवीद भी घायल हुआ है. जबकि साजिद अकरम को मार दिया गया. ऑस्ट्रेलियाई एजेंसियों ने साजिद अकरम और नवीद अकरम के घर की तलाशी ली है और पता कर रही है कि वो दोनों किन लोगों के संपर्क में थे.
नवीद अकरम से पूछताछ की जा रही है कि वो कितने दिनों से यहूदियों पर हमले की प्लानिंग कर रहे थे और इसमें उनके मददगार कौन हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी अपने ताजा बयान में हमले के पीछे आईएसआईएस को जिम्मेदार बताया है.

