प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेना को दी गई खुली छूट से बौखलाया हुआ है पाकिस्तान. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की बेचैनी देखिए कि फर्जी नंबरों और झूठी पहचान के साथ आर्मी से जुड़े लोगों और छात्रों और उनके परिवारों को कॉल करके नब्ज टटोलने की कोशिश कर रहा है. इतना ही नहीं साइबर अटैक करके भी भारतीय सेना से जुड़ी वेबसाइट को हैक करने की कोशिश कर रहा है.
सेना की मूवमेंट पता करने की कोशिश में आईएसआई, एजेंट कर रहे लोगों को कॉल
एक भारतीय छात्र की समझदारी से रिकॉर्ड हुई है एक ऐसी कॉल, जिसने आईएसआई की पोल खोल दी है. भारत क्या करने वाला है, कैसे एक्शन लेने वाला है, ये जानने के लिए आईएसआई परेशान है. खुफिया एजेंसी के जासूस बड़ी सफाई से भारतीय छात्रों को फोन कर रहे हैं. पहले उनकी फीस के बारे में पूछ रहे हैं और फिर आर्मी की मूवमेंट, टैंक, वाहनों की मूवमेंट और सैनिकों की गतिविधियों के बारे में. पंजाब के एक छात्र को आईएसआई के जासूस का एक फोन आया तो छात्र ने देशहित में जासूस के फोन को रिकॉर्ड कर लिया, जिससे पूरी मामले का खुलासा हो सका है.
आईएसआई जासूस ने छात्र से क्या जानने की कोशिश की
आईएसआई के जासूस रेलवे कर्मचारियों, छात्रों को कॉल कर रहे हैं, ताकि सेना के एक्शन का सुराग हासिल हो सके. आईएसआई के जासूस ने एक भारतीय छात्र को कॉल किया. फीस से शुरु की गई बातों को वो आर्टिलरी तक लेकर गया. जासूस ने मिलिट्री ट्रेन के बारे में पूछा. ये भी पूछा कि क्या सैनिकों ने सिविल एरिया छोड़ दिया है और सीमा की तरफ कूच कर दिया है. लेकिन छात्र को फोन करने वाले की नीयत पर शक हो गया, लिहाजा उसने बड़ी चालाकी से जवाब दिया.
पंजाब के टोल प्लाजा पर भी किया पाकिस्तानी जासूसों ने कॉल
खास बात ये है कि आईएसआई भारतीय नंबर का उपयोग करके कभी भारतीय सेना के अधिकारी बनकर तो कभी किसी और पहचान के साथ कॉल कर रहे हैं. एक ऐसी ही कॉल +91 के नंबर से एक टोल प्लाजा पर आई, जिसमें कॉलर ने टोल से गुजरने वाले सेना और वायुसेना के वाहनों के बारे में पूछा गया. लेकिन टोल मैनेजर ने कोई जानकारी नहीं दी. ऐसे ही एक दूसरी कॉल पठानकोट अमृतसर रोड पर बने टोल प्लाजा पर भी की गई, जिसमें खुद को सेना का अधिकारी बताकर टोल प्लाजा पर सैन्य गतिविधि की जानकारी ली गई.
सेना से जुड़ी वेबसाइट की हैकिंग की कोशिश
भारत के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए सेना से जुड़ी वेबसाइट पर साइबर अटैक करने की कोशिश की गई. साइबर ग्रुप आईओके हैकर जो कि पाकिस्तान बेस्ड है, इसने भारतीय सेना से जुड़ी कुछ सार्वजनिक वेबसाइट को टारगेट किया. आर्मी पब्लिक स्कूल श्रीनगर, रानीखेत की वेबसाइट, आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन और वायुसेना के प्लेसमेंट पोर्टल की हैकिंग करने की कोशिश की गई. हालांकि भारतीय एजेंसियों ने फौरन एक्शन लेते हुए किसी भी तरह के किसी नुकसान को होने से रोक लिया है.