विश्व शांति को प्राथमिकता देने और आतंकवाद के खिलाफ जोरी टॉलरेंस पॉलिसी रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कॉल किया है. बताया जा रहा है कि इजरायली पीएम ने पीएम मोदी को फोन करके आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता जताई है.
आतंकवाद के अलावा मोदी-नेतन्याहू के बीच भारत-इजरायल रणनीतिक साझेदारी, पारस्परिक लाभ और संबंधों को और मजबूत करने की पर बात हुई.
पीएम मोदी ने गाजा क्षेत्र में शांति और न्याय के प्रयासों के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की, जिसमें गाजा शांति योजना को जल्द से जल्द लागू करना भी शामिल है.
मोदी-नेतन्याहू के बीच किन मुद्दों पर हुई बात
फोन पर दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ एक सुर में सुर मिलाया. आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का विरोध किया. पीएम मोदी और नेतन्याहू के बीच पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया गया.
पीएम मोदी ने गाजा की ताजा स्थिति के बारे में नेतन्याहू के साथ चर्चा की. गाजा में जल्द से जल्द युद्धविराम के उद्देश्य से तैयार ट्रंप के शांति प्रस्ताव को तुरंत लागू करने के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया.
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20 सूत्रीय गाजा शांति योजना के जल्द लागू करने सहित क्षेत्र में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के प्रयासों के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की. साथ ही दोनों नेताओं ने संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की.
दोनों नेताओं ने भारत-इजरायल रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
पीएम मोदी का कॉल देख नेतन्याहू ने बीच में छोड़ी थी सुरक्षा कैबिनेट बैठक
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बाद पीएम मोदी और नेतन्याहू के बीच गहरी दोस्ती है. दोनों नेता एक दूसरे को प्राथमिकता देते रहे हैं. अक्टूबर के महीने में पीएम मोदी ने नेतन्याहू को फोन किया था और गाजा शांति योजना के लिए अपनी बधाई दी थी. इस बातचीत के दौरान खास बात ये रही थी कि पीएम मोदी का फोन उठाने के लिए नेतन्याहू ने अपनी सुरक्षा कैबिनेट की बैठक को भी थोड़ी देर के लिए टाल दिया था और सुरक्षा बैठक के बीच उठकर पीएम मोदी से बात की थी.
भारत इजरायल से लेगा ऑपरेशन सिंदूर में तबाही मचाने वाला हेरॉन ड्रोन, हुई बड़ी रक्षा डील
भारत और इजरायल के बीच रक्षा संबंध हमेशा से मजबूत रहे हैं, चाहे वो कारगिल युद्ध हो या फिर इजरायल-हमास के बीच जंग. दोनों ने एक दूसरे को रक्षा सामग्रियां मुहैया करवाई हैं.
हाल ही में भारत-इजरायल के बीच बड़ा रक्षा समझौता हुआ है. ऑपरेशन सिंदूर में हेरॉन एमके-II ड्रोन की क्षमताओं को देखने के बाद भारत ने बड़ा फैसला लिया है. भारत ने इजरायल के साथ इमरजेंसी प्रोविजन के तहत एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं. इस डील के मुताबिक भारत इजरायल से हेरॉन एमके-II ड्रोन्स की अतिरिक्त खेप खरीदेगा. जिसकी पुष्टि एक बड़े इजरायली अधिकारी ने की है.
हेरॉन एमके-II ड्रोन भारतीय सेना और वायुसेना के पास पहले से ही हैं. इजरायली अधिकारी के मुताबिक अब इन ड्रोन्स को भारत की नौसेना में भी शामिल किया जाएगा. इजरायली अधिकारी का कहना था कि दोनों देशों के बीच साझेदारी बेहद अहम है और यह तीन दशकों से चली आ रही है और हमारे लिए भारत एक प्रमुख ग्राहक है.”
‘मेक इन इंडिया’ की पहल के तहत इजरायल सिर्फ ड्रोन्स की आपूर्ति तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भारत में इनका निर्माण भी किया जाएगा.

