अमेरिका के लास वेगास में डोनाल्ड ट्रंप के होटल के बाहर टेस्ला साइबर ट्रक धमाका करने वाला शख्स कोई बाहरी नहीं बल्कि अमेरिका की सेना का मौजूदा जवान था. मैथ्यू लिवेल्सबर्गर नाम का शख्स सेना के रॉयल ग्रीन बेरेट्स का सदस्य था. जो विशेष बल इकाई और गुरिल्ला युद्ध का विशेषज्ञ था. धमाके में जवान की मौत हो गई. पर अब न्यू ऑर्लियंस और लास वेगास में हुई आतंकी वारदात में बेहद समानताएं हैं.
ग्रीन बेरेट्स के जवान ने लिया था किराए पर ट्रक
अमेरिकी सेना के अनुसार लिवेल्सबर्गर, रॉयल ग्रीन बेरेट्स का सदस्य था, जो विशेष बल इकाई और गुरिल्ला युद्ध विशेषज्ञ था. मैथ्यू लिवेल्सबर्गर हाल ही में जर्मनी से छुट्टी पर अमेरिका लौटा था. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, “37 वर्षीय मैथ्यू लिवेल्सबर्गर कोलोराडो निवासी था और सेना की 10वीं एसएफजी के साथ जर्मनी में सेवारत था. उसने फोर्ट ब्रेग बेस पर भी समय बिताया था.” फोर्ट ब्रेग बेस उत्तरी कैरोलिना में स्थित विशाल सैन्य बेस है.
विदेशों में आतंकियों से मुकाबला करती है ग्रीन बेरेट्स
आपको बता दें कि मैथ्यू लिवेल्सबर्गर जिस ग्रीन बेरेट्स दल का सदस्य है, वो गैर-परंपरागत तकनीकों का इस्तेमाल करके विदेशों में आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए काम करते हैं. ग्रीन बेरेट्स ने 9/11 के हमले के बाद अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ युद्ध में हिस्सा लिया था, इसके अलावा इराक युद्ध में भी ग्रीन बेरेट्स शामिल हुए थे.
अमेरिकी जवान का क्या है धमाके से कनेक्शन
न्यू ऑर्लियंस में ट्रक से 15 लोगों को कुचलने की आतंकी वारदात के कुछ ही देर बाद लास वेगास में साइबर ट्रक में आग लगने की सूचना मिली थी. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो साइबर ट्रक आग की लपटों में घिर चुका था. साइबर ट्रक के अंदर एक व्यक्ति का शव मिला था, जिसकी पहचान अमेरिकी सैनिक मैथ्यू लिवेल्सबर्गर के तौर पर हुई.
एफबीआई इस घटना की जांच कर रही है. अमेरिकी जांच अधिकारियों के मुताबिक, “साइबर ट्रक में पटाखे, गैस टैंक और कैंपिंग फ्यूल थे, जिनमें आग लगी और ये तीनों एक ही डेटोनेशन सिस्टम से जुड़े थे, जिसका कंट्रोल ड्राइवर (मैथ्यू) के पास था.”
न्यू ऑर्लियंस और लास वेगास के धमाके में क्या समानताएं?
न्यू ईयर के पहले ही दिन अमेरिकी के दो शहर एक जैसी आतंकी वारदात का शिकार हुए हैं. दोनों ही वारदातों में धमाके को अंजाम देने के लिए किराए पर ट्रक लिया गया था. दोनों ही ट्रक एक ही कंपनी टुरो से किराए पर लिया गया था. दोनों ही ट्रकों में विस्फोटक मिले और दोनों ही ट्रक चलाने वालों को अमेरिकी से संबंध है. एक पूर्व सैनिक था तो एक मौजूदा सैनिक. (https://x.com/Bubblebathgirl/status/1874649503749616037)
ऐसे में सवाल है कि आखिर दोनों सैनिकों ने किसके कहने पर धमाके को अंजाम दिया और दोनों के बीच क्या कोई तीसरा व्यक्ति भी था जो दोनों को निर्देश दे रहा था? ऐसे कई सवाल हैं. जिसका जवाब एफबीआई को ढूंढना है.
धमाके से पहले जवान ने खुद को मारी गोली
टेस्ला के साइबर ट्रक में विस्फोट करने वाले अमेरिकी सेना के जवान ने धमाके से पहले अपने सिर में गोली मार कर सुसाइड कर लिया था.
जांच में ये भी पता चला है कि एक सप्ताह पहले ही मैथ्यू को अपनी पत्नी से डिवोर्स हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि लिवेल्सबर्गर ने सोमवार को ही सेमी ऑटोमैटिक पिस्तौल खरीदी थीं. साथ ही उसने 28 दिसंबर को एक वाहन किराये पर लिया था.
मैथ्यू लिवेल्सबर्गर किराए वाली गाड़ी अकेले चलाते हुए एरिजोना से मैक्सिको होते हुए लास वेगास तक पहुंचा था. लेकिन धमाके से पहले जवान ने खुद को गोली क्यों मारी, इस बात की जांच की जा रही है. (https://x.com/elonmusk/status/1874867956422934554?s=46)