पश्चिम बंगाल में वक्फ बिल के विरोध में अराजकता इतनी बढ़ गई कि बीएसएफ को सड़कों पर उतारना पड़ा है. मुर्शिदाबाद में हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस से हालात नहीं संभल पाए, जिसके बाद बीएसएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला है.
बीएसएफ के बंगाल फ्रंटियर के अधिकारियों ने सड़क जाम, ब्लॉकेड को हटाया है और भीड़ को तितर बितर करने में सफलता पाई गई है. मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को उस वक्त हालात बिगड़ गए जब कई इलाकों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पत्थरबाजी करनी शुरु कर दी. पुलिस पर पत्थरबाजी के अलावा ट्रेनों पर भी पत्थर फेंके गए. जिसके बाद कई ट्रेन प्रभावित हुई, कई ट्रेनों को डायवर्ट भी करना पड़ा है.
मुर्शिदाबाद में सड़कों पर उतरे 300 बीएसएफ जवान
मुर्शिदाबाद में बमबाजी, पत्थरबाजी, आगजनी के बाद हालात बेकाबू हो गए. बंगाल पुलिस ने वक्फ बिल का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए लेकिन जब हालात पुलिस ने नहीं संभले तो प्रशासन के अनुरोध के बाद बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ के जवानों को भेजा गया. बताया जा रहा है कि लगभग 300 बीएसएफ जवानों ने हालात संभालने की कोशिश की. बीएसएफ के स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक कुल 2 कंपनियों को हालात संभालने के लिए मुर्शिदाबाद में संवेदनशील जगहों पर भेजा गया. हिंसा और आगजनी के मद्देनजर मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में बीएसएफ के जवान तैनात किए गए हैं.बीएसएफ के जवान सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं.
बांग्लादेश के करीब है मुर्शिदाबाद का हिंसाग्रस्त इलाका
मुर्शिदाबाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा (बांग्लादेश) के करीब है. यह इलाका अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर के दायरे में आता है, जहां बीएसएफ की अधिकारिता लागू होती है. केंद्रीय गृहमंत्रालय ने अक्टूबर 2021 में बीएसएफ एक्ट 1968 में संशोधन कर बीएसएफ की अधिकारिता को सीमा से 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया था. जिसे लेकर भी विरोध किया गया है. ये क्षेत्र बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में आते हैं क्योंकि मुर्शिदाबाद अंतर्राष्ट्रीय सीमा से तकरीबन 42 किलोमीटर दूर है. ताजा हिंसा के बाद बीएसएफ और बंगाल पुलिस संयुक्त तरीके से हालात सुधारने में जुटी हुई है.
वक्फ बिल को लेकर बंगाल में ही हो रहे हिंसक प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल ऐसा इकलौता राज्य है जहां वक्फ कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर और लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. वक्फ बिल को लेकर बाकी राज्यों में सांकेतिक विरोध दर्ज कराया गया, नारेबाजी की गई, होर्डिंग- बैनर दिखाए गए. लेकिन खुफिया एजेंसियों को इस बात का शक है कि बंगाल में प्रदर्शनकारियों को किसी न किसी रूप में भड़काया जा रहा है.