खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देने वाले कनाडा के खिलाफ भारत ने बड़ा दांव चला है. भारत ने खालिस्तानी गतिविधियों से जुड़े 20 आतंकियों के प्रत्यर्पण की लिस्ट सौंपी है. खास बात ये है कि इस लिस्ट में कनाडा बॉर्डर सिक्योरिटी एजेंसी (सीबीएसए) का एक सुपरिटेंडेंट स्तर का अधिकारी भी है जिसके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हुए हैं.
भारत ने कनाडा के जिस बॉर्डर सिक्योरिटी एजेंसी से जुड़े अधिकारी को खालिस्तानी आतंकी करार दिया है, उसकी पहचान संदीप सिंह सिद्ध के तौर पर हुई है. ब्रिटिश कोलंबिया का रहने वाले 43 साल का सिद्ध उर्फ सन्नी आतंकी संगठन आईएसवाईएफ यानी इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से जुड़ा हुआ है.
भारत ने सिद्ध पर वर्ष 2020 में पंजाब के तरनतारन में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की टारगेट किलिंग का सनसनीखेज आरोप लगाया है. इस हत्या के लिए सिद्ध ने पाकिस्तान मे रह रहे खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोड और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद ली थी.
सिद्ध पर आरोप है कि कनाडा में रहकर पंजाब में खालिस्तानी गतिविधियों में लिप्त है. सिद्ध को अमेरिका में रहने वाली खालिस्तानी कट्टरपंथी गुरजोत कौर का करीबी माना जाता है. गुरजोत, खुद को खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के चीफ हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी उर्फ पीएचडी की विधवा बताती है. (ट्रूडो का कबूलनामा, पन्नू ने किया शर्मिंदा)
खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल संदिग्धों में पहली बार कनाडा के किसी सिक्योरिटी ऑफिसर का नाम सामने आया है.
भारत और कनाडा के संबंध पिछले एक साल में बेहद नाजुक मोड़ पर पहुंच गए है. ऐसे में 20 खालिस्तानी आतंकियों के प्रत्यर्पण की लिस्ट सौंपे जाने से कनाडा की बौखलाहट पक्की है. कनाडा की तरफ से हालांकि, इस लिस्ट को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है. (लापरवाह Trudeau ने खराब कर दिए संबंध)