इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए सीडीएस जनरल अनिल चौहान चार दिवसीय (4-7 मार्च) ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रहे हैं. दौरे के दौरान सीडीएस, ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एडमिरल डेविड जॉनसन, रक्षा सचिव ग्रेग मोरियार्टी और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से भी मुलाकात करेंगे.
सीडीएस जनरल चौहान का ये दौरा इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि हाल के दिनों में चीन की गतिविधियां ऑस्ट्रेलिया के करीब दक्षिणी हिंद महासागर में बढ़ गई है.
ऑस्ट्रेलिया के फोर्स कमांड मुख्यालय का दौरा करेंगे जनरल चौहान
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल चौहान का दौरा, रक्षा सहयोग के क्षेत्र में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ते संबंधों को दर्शाता है. अपनी इस यात्रा के दौरान जनरल चौहान, ऑस्ट्रेलियाई रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल के सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक चर्चा करेंगे.
ऑस्ट्रेलिया के परिचालन कमान संरचना की जानकारी हासिल करने और संयुक्त अभियानों के लिए संभावित अवसरों पर चर्चा करने के लिए सीडीएस ऑस्ट्रेलियाई फोर्स कमांड मुख्यालय का दौरा करेंगे. जनरल चौहान ऑस्ट्रेलियाई फ्लीट कमांडर और संयुक्त ऑपरेशन कमांडर से भी बातचीत करेंगे.
चीनी नौसेना की फायर ड्रिल से ऑस्ट्रेलियाई एयर-स्पेस में मच गया था हड़कंप
पिछले हफ्ते, चीनी नौसेना ने ऑस्ट्रेलिया के करीब समंदर में लाइव फायर ड्रिल कर सनसनी फैला दी थी. फायर ड्रिल के चलते आस्ट्रेलिया को अपनी एयर-स्पेस तक बंद करनी पड़ी थी. फरवरी के महीने में चीनी नौसेना के तीन युद्धपोत ऑस्ट्रेलिया के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (ईईजेड) में दाखिल हो गए थे.
ऑस्ट्रेलिया ने फ्रीडम ऑफ नेविगेशन के तहत चीनी जंगी जहाज को ईईजेड से गुजरने दिया था, लेकिन ये साफ कर दिया था कि उनपर नजर रखी जा रही है. साथ ही ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर ऐसी ही फ्रीडम ऑफ नेविगेशन बिना नाम लिए साउथ चायना सी के लिए कही थी, जहां चीन दूसरे देशों के जंगी जहाज और एयरक्राफ्ट के दाखिल होने पर आंखे तरेरता है.
300 सैटेलाइट के जरिए मालाबार एक्सरसाइज की चीन ने की थी जासूसी
वर्ष 2023 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित मालाबार एक्सरसाइज के दौरान चीन ने जासूसी के इरादे से अपनी 300 सैटेलाइट को दक्षिणी हिंद महासागर के ऊपर तैनात कर दी थी. ऐसा इसलिए ताकि मैरीटाइम एक्सरसाइज में हिस्सा लेने वाले चारों देशों के युद्धपोत और ऑपरेशन पर नजर रखी जा सके.
मालाबार एक्सरसाइज में ऑस्ट्रेलिया के अलावा भारत, अमेरिका और जापान की नौसेना हिस्सा लेती हैं. [ https://youtu.be/gd5dMwSInKA?si=ApzC-JWHyARb6tbn ]
सीडीएस के दौरे से इंडो-पैसिफिर में सैन्य सहयोग होगा मजबूत
रक्षा मंत्रालय ने सीडीएस की यात्रा शुरू होने से पहले एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि पेशेवर सैन्य प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, जनरल चौहान प्रतिष्ठित ऑस्ट्रेलियाई रक्षा कॉलेज का दौरा करने वाले हैं, जहां वे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक चुनौतियों पर वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करेंगे.
सीडीएस ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट में एक गोलमेज चर्चा की अध्यक्षता भी करेंगे.
जनरल चौहान की यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को रेखांकित करती है, जो व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत राजनयिक और सैन्य सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता साझा करते हैं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक सहयोग को बढ़ावा देते हैं.