पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं. पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेनाओं में डूरंड लाइन (बॉर्डर) पर एक बार फिर से जबर्दस्त गोलाबारी हुई है, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना और तालिबान लड़ाके आमने सामने हैं. बताया जा रहा है कि डूरंड लाइन पर कई घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग होती रही. नौबत यहां तक आ गई कि पाकिस्तानी सेना को अपने टैंक तक मैदान में उतारने पड़े.
नई चौकियां बनाने को लेकर विवाद
बलूचिस्तान-हेलमंद सीमा पर तनाव बढ़ गया है. हेलमंद-बलूचिस्तान सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोलीबारी हुई. पाकिस्तानी टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां तालिबान की चौकियों पर गोलीबारी करते हुए दिखाया पड़े.
पाकिस्तान और तालिबान दोनों ही पक्षों ने छोटे हथियारों से गोलीबारी की है. इस फायरिंग के बाद पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर नई चौकियां बनाने का काम रोक दिया गया है. तालिबान ने कहा है कि वह किसी भी कीमत पर डूरंड लाइन के पास पाकिस्तान को नई सीमा चौकियां बनाने की इजाजत नहीं देगा. वहीं तनाव को देखते हुए पाकिस्तान ने अपने सैनिकों की संख्या डूरंड लाइन पर बढ़ा दी है.
डूरंड लाइन पर विवाद, सीमा पर रहता है तनाव
पाकिस्तान और तालिबान में डूरंड लाइन को लेकर पुराना विवाद है. पाकिस्तान डूरंड लाइन को अफगानिस्तान के साथ अपनी आधिकारिक सीमा मानता है लेकिन, अफगानिस्तान को ये मंजूर नहीं है.
अफगानिस्तान ने डूरंड लाइन को मान्यता नहीं दी है, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सीमा पर तारबंदी के काम को तेज किया है. इस कारण दोनों पक्षों में दर्जनों बार संघर्ष हो चुका है. ना तो पाकिस्तान और ना ही अफगानिस्तान अपने दावों से पीछे हटने को तैयार है.
दिसंबर में पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक के बाद बढ़ा विवाद
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 2640 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा का नाम डूरंड लाइन (रेखा) है. यह रेखा पश्तून जनजातीय इलाके से होकर दक्षिण में बलूचिस्तान के बीच से होकर निकलती है. दिसंबर में पाकिस्तान के टीटीपी (तहरीक ए तालिबान) के खिलाफ एयर स्ट्राइक करने के बाद अफगान के तालिबानी लड़ाके डूरंड लाइन क्रॉस कर पाकिस्तान में दाखिल हो गए थे और वहां की चौकियों पर कब्जा कर लिया था. एक बार फिर पाकिस्तान-तालिबान में तनाव बढ़ चुका है. दोनों ही अपने-अपने सैनिकों की संख्या में इजाफा कर रहे हैं.