दक्षिण चीन सागर में स्कारबोरो शोल में एक बार फिर से फिलीपींस और चीन के तटरक्षक जहाजों में झड़प के बाद तनाव का माहौल है. फिलीपींस और चीन के तटरक्षक जहाजों के बीच झड़प का वीडियो सामने आया है, जिसमें दोनों देशों के जहाजों ने एक दूसरे का पीछा किया. लेकिन इसी पीछा करने के चक्कर में चीनी तटरक्षक बल का जहाज खुद चीनी नेवी के एक जहाज से भिड़ गया, जिसनें चीन के जहाज को नुकसान पहुंचा है.
ये झड़प ऐसे वक्त में हुई है जब पिछले सप्ताह फिलीपींस के राष्ट्रपति के भारत दौरे पर दिए गए एक बयान से चीन आगबबूला है. फिलीपींस के राष्ट्रपति फेरदिनांद मार्कोस जूनियर ने दिल्ली में कहा था कि अगर चीन और ताइवान में युद्ध होता है तो फिलीपींस इससे दूर नहीं रह सकता है, हम अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे.
फिलीपींस का पीछा, चीनी जहाजों में हुई आपस में टक्कर, वीडियो वायरल
दक्षिण चीन सागर में विवादित स्कारबोरो शोल से दस समुद्री मील दूर फिलीपींस के तटरक्षक जहाजों की रोकने के चक्कर में चीन तटरक्षक बल (सीसीजी) के एक जहाज की एक चीनी नौसेना के युद्धपोत से टक्कर हो गई.
बताया जा रहा है कि फिलीपींस के जहाज को देखकर जब चीनी तटरक्षकों ने उसका पीछा किया. चीन ने फिलीपीन तटरक्षक जहाज की ओर अपना जहाज लगा दिया, जिससे बचाव के लिए फिलिपींस तटरक्षक का जहाज बेहद ही चतुराई से बाहर निकला. इस दौरान फिलीपींस के कोस्ट गार्ड शिप का पीछा कर रहे चीनी कोस्ट गार्ड शिप के बीच में चीन की नेवी का एक युद्धपोत आ गया और उसने अपने ही कोस्ट गार्ड शिप को टक्कर मार दी.
सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल करके चीन को ट्रोल किया जा रहा है. चीनी नेवी और चीनी कोस्टगार्ड का लोग मजाक बना रहे हैं.
हमारे तटरक्षक बल ने दिखाया अपना समुद्री कौशल: फिलीपींस
फिलीपीन तटरक्षक प्रवक्ता कमोडोर जे तारिएला ने वीडियो जारी करके पूरी घटना की जानकारी दी है.
फिलीपींस के प्रवक्ता के मुताबिक, “फिलीपीन तटरक्षक गश्ती जहाजों ने विवादित समुद्री सीमा के आसपास फिलीपीन मछली पकड़ने वाले जहाजों के खिलाफ खतरनाक युद्ध अभ्यास की रिपोर्टों पर कार्रवाई की थी. चीनी के तटरक्षकों ने फिलीपींस के जहाज बीआरपी सुलुआन पर पानी की बौछार की, लेकिन फिलीपींस ने समुद्री कौशल के चलते अपने जहाज को बचा लिया, उल्टा चीनी तटरक्षक बल का जहाज समंदर में गश्त कर रहे चीनी नेवी के जहाज से भिड़ गया.”
जब पत्रकारों ने देखी लाइव तनातनी, फिलीपींस ने चीन से कहा, बेहद करीब उड़ रहे हो
इसी साल फरवरी के महीने में हमेशा से जहाज के जरिए दादागीरी दिखाने वाले चीन ने फिलीपींस के समुद्री-क्षेत्र में हेलीकॉप्टर उड़ाया था. चीनी हेलीकॉप्टर ने दक्षिण चीन सागर में एक विवादित तट पर गश्त कर रहे फिलीपींस के सरकारी विमान के करीब से उड़ान भरी थी. सरकारी विमान में विदेशी पत्रकार मौजूद थे, जो कवरेज के लिए पहुंचे थे. चीन की इस हरकत के कारण पत्रकारों की सांसें अटक गई थीं. प्लेन में मौजूद आमंत्रित विदेशी मीडियाकर्मियों ने 30 मिनट तक चली इस तनावपूर्ण स्थिति को देखा, जहां फिलीपींस का विमान स्कारबोरो के आसपास अपने कम ऊंचाई वाले घेरे में गश्त करते हुए आगे बढ़ रहा था, जबकि चीनी नेवी का हेलीकॉप्टर उसके ऊपर मंडरा रहा था.
दिल्ली में फिलीपींस के राष्ट्रपति का बड़ा बयान, भड़का चीन
पिछले सप्ताह दिल्ली दौरे पर आए फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस ने चीन और अमेरिका.ताइवान के युद्ध पर बड़ा बयान दिया था. मार्कोस ने कहा था, “युद्ध को लेकर हमें बहुत व्यवहारिक होने की जरूरत है. अगर ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका में संघर्ष छिड़ता है तो इसका सवाल ही नहीं है कि फिलीपींस इससे बाहर रहे. इसकी वजह हमारी भौगोलिक स्थिति है.”
मार्कोस कहा कि “ताइवान का काओहसिउंग इलाका फिलीपींस के लाओआग से फ्लाइट से मात्र 40 मिनट की दूरी पर है. अगर आपके इसके बारे में सोचते हैं कि एक पूर्ण युद्ध छिड़ता है तो हम इसमें शामिल होंगे. मैं बिना किसी झिझक के आश्वासन देना चाहता हूं कि हम अपने क्षेत्र और हमारी संप्रभुता की रक्षा करेंगे.”
मार्कोस के इस बयान पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. कहा कि “फिलीपींस को आग से नहीं खेलना चाहिए. फिलीपींस लगातार गलत और उकसाने वाले बयान दे रहा है और दोनों देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचा रहा है. फिलीपींस को ताइवान में काम करने वाले अपने लोगों के नाम पर किसी दूसरे देश के संप्रभु मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.”