दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को क्लोज क्वार्टर सुरक्षा मुहैया कराने के साथ ही सीआरपीएफ ने जन-सुनवाई और सार्वजनिक जगहों पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को लेकर ब्रीफिंग की है. सीआरपीएफ के उच्च-स्तरीय अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को इस बाबत जानकारी दी है.
मुख्यमंत्री पर हुए हमले के बाद गृह मंत्रालय ने रेखा गुप्ता को जेड-प्लस सुरक्षा मुहैया कराई है. ऐसे में रेखा गुप्ता की क्लोज क्वार्टर सुरक्षा अब सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के कमांडो को सौंपी गई है. ऐसे में सीआरपीएफ के पांच कमांडो अब हमेशा दिल्ली की मुख्यमंत्री को अपनी सुरक्षा-घेरे में रखेंगे. इसके अलावा सार्वजनिक जगहों में आम नागरिकों से मुलाकात करने और उनकी शिकायतें सुनने के दौरान भी ये पांचों कमांडो मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे.
सीआरपीएफ की वीआईपी यूनिट के कुल 15 कमांडो, आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्ट में मुख्यमंत्री के साथ साये की तरह सुरक्षा करेंगे. इसके अलावा दो कमांडो, दिन-रात मुख्यमंत्री के सरकारी आवास की सुरक्षा में तैनात रहेंगे.
बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री पर राजकोट के रहने वाले एक शख्स ने हमला कर दिया था. घटना के वक्त, रेखा गुप्ता अपने सरकारी निवास पर जनसुनवाई कार्यक्रम में जनता की शिकायतें सुनी रही थी. उसी दौरान आरोपी ने थप्पड़ मार दिया था. हमलावर को घटनास्थल से ही दबोच लिया गया था और पुलिस के हवाले कर दिया गया था.
घटना के बाद गृह मंत्रालय ने सुरक्षा में चूक के लिए दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह को पद से हटा दिया था. सिंह की जगह, सरकार ने अब सीनियर आईपीएस सतीश गोलचा को दिल्ली की सुरक्षा की कमान सौंप दी है. हमला होने से पहले तक रेखा गुप्ता की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के कंधों पर थी.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री की बाहरी सुरक्षा पहले की तरह ही दिल्ली पुलिस के हवाले रहेगी. ऐसे में जनसुनवाई या फिर किसी सार्वजनिक रैली और कार्यक्रम में बाहरी सुरक्षा का घेरा, दिल्ली पुलिस के जवानों के पास होगा. मुख्यमंत्री के काफिले में अब सीआरपीएफ की भी तीन गाड़ियां कमांडों के साथ मौजूद रहेंगी.
जानकारी के मुताबिक, जेड प्लस सुरक्षा के तहत, फिलहाल रेखा गुप्ता की सिक्योरिटी की इनर सर्किल में सीआरपीएफ की कोई महिला कमांडो नहीं है. लेकिन निकट भविष्य में ऐसा किया जा सकता है. हमले की घटना से पहले तक दिल्ली पुलिस की महिला जवान भी मुख्यमंत्री के साथ रहती थी.
सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ की वीआईपी यूनिट में महिला कमांडो का एक पूरा दस्ता है, जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी सांसद बेटी प्रियंका गांधी को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराता है. इसके अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और एक मित्र-देश की निर्वासित प्रधानमंत्री को भी सीआरपीएफ की महिला कमांडो सिक्योरिटी मुहैया कराती हैं.