अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सिपहसालार और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने ये कहकर सनसनी फैला दी है कि सोमवार को एक्स पर हुआ साइबर अटैक, यूक्रेन से किया गया था. एलन ने ये खुलासा ऐसे वक्त में किया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से सऊदी अरब के दौरे पर हैं और मंगलवार से अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से युद्धविराम को लेकर अहम बैठक होनी है.
सोमवार को कुछ देर के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ठप हो गया था. हालांकि, कुछ देर बाद ही सिस्टम सुचारू रूप से चलने लगा था, लेकिन एलन ने खुलासा किया था कि ये किसी देश या फिर किसी बड़े संगठित ग्रुप के साइबर अटैक के चलते हुआ था. एलन मस्क ही एक्स और स्पेसएक्स कंपनियों के मालिक हैं.
एक अमेरिकी न्यूज चैनल से बात करते हुए एलन मस्क ने ये खुलासा किया है कि एक्स पर साइबर अटैक यूक्रेन की धरती से हुआ था. एलन ने हालांकि, ये खुलासा नहीं किया कि ये हमला, यूक्रेनी सरकार की किसी इंटेलिजेंस एजेंसी ने किया था या किसी प्राईवेट ग्रुप का हाथ है.
ट्रंप की तरह एलन मस्क ने जेलेंस्की पर डाला है रूस-यूक्रेन जल्द बंद करने का दबाव
एलन मस्क ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर भी ट्रंप की तरह रूस से जंग बंद कराने का जबरदस्त दबाव डाला है. ये भी खबर उड़ी थी कि एलन मस्क ने यूक्रेन में स्टारलिंक सर्विस बंद करने का फैसला ले लिया है. ऐसे में अगर यूक्रेन ने एक्स पर साइबर अटैक किया है तो अमेरिका की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई की आशंका साफ है.
सऊदी अरब में जेलेंस्की, रूबियो और रूसी प्रतिनिधिमंडल
उधर, जेलेंस्की ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की है. रूस-यूक्रेन युद्ध में सऊदी अरब ही मध्यस्थ की अहम भूमिका निभा रहा है. पिछले महीने, रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने भी पिछले तीन साल में पहली बार सऊदी अरब में ही मीटिंग की थी. हालांकि, उस बैठक में यूक्रेन को शामिल ने करने से जेलेंस्की की तरफ से नाराजगी जताई गई थी.
सोमवार को क्राउन प्रिंस से मुलाकात के बाद जेलेंस्की ने सऊदी अरब का शांति वार्ता के लिए आभार जताया. जेलेंस्की के मुताबिक, एमबीएस से मीटिंग में शांति वार्ता के साथ-साथ यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी पर भी बात हुई, जिसमें युद्धबंदियों की अदला-बदली शामिल है.
जेलेंस्की ने बताया कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल, मंगलवार को सऊदी अरब में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइक वॉल्ज से मुलाकात करेगा.
खबर है कि रूसी डेलीगेशन भी सऊदी अरब पहुंच रहा है. लेकिन रूसी प्रतिनिधिमंडल, सीधे यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल से चर्चा नहीं करेगा. अमेरिकी विदेश मंत्री, रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों से अलग-अलग वार्ता करेंगे.
यूक्रेन में स्टारलिंक बंद करने को लेकर रूबियो और पौलेंड भिड़े
यूक्रेन को स्टारलिंक मुहैया कराने को लेकर एलन मस्क की पौलेंड के विदेश मंत्री से ‘एक्स’ पर ही जबरदस्त भिड़ंत हो गई है.
पिछले तीन साल से एलन मस्क की ‘स्पेसएक्स’ कंपनी, यूक्रेन को सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मुहैया करा रही है. स्टारलिंक के जरिए ही यूक्रेन की सेना रूस के खिलाफ जंग लड़ रही है. क्योंकि रूसी सेना ने यूक्रेन के सभी टेलीकॉम और कम्युनिकेशन स्टेशन को पूरी तरह तबाह कर दिया है.
अब जब, जेलेंस्की ने अमेरिका पहुंचकर ट्रंप की शांति वार्ता की पेशकश को लेकर बहस की तो, मस्क ने एक्स पर लिख दिया कि “अगर स्टारलिंक सर्विस नहीं होती तो यूक्रेन कब का हार गया होता.” इस पर पौलेंड के विदेश मंत्री ने लिख दिया कि “यूक्रेन में स्टारलिंक के लिए पौलेंड हर साल 50 मिलियन डॉलर खर्च करता है. अगर स्पेसएक्स विश्वसनीय साबित नहीं हुआ तो हम किसी दूसरे सर्विस-प्रोवाइडर की सेवाएं ले लेंगे.”
स्टारलिंक नहीं होता तो रूस, पौलेंड बॉर्डर पर होता: रूबियो
पौलेंड के विदेश मंत्री को अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रूबियो ने जवाब दिया कि स्टारलिंक बंद करने की कभी बात नहीं हुई है. लेकिन रूबियो ने जरूर जोड़ दिया कि “अगर स्टारलिंक नहीं होता तो आज रूस, पौलेंड के बॉर्डर पर होता.”
रूबियो के इस बयान पर पौलेंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने लिखा कि “सच्चे नेतृत्व का अर्थ होता है अपने सहयोगी और मित्रों की इज्जत करना, चाहे फिर वो छोटा हो या फिर कमजोर. घमंड कभी नहीं होता.”