- रूस से अमेरिकी प्रतिनिधियों के सामने रखी शर्त
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीजफायर को लेकर अमेरिकी प्रस्ताव पर बड़ा दांव चला है. रूस ने यूक्रेन को नाटो की सदस्यता न देने, यूक्रेन में विदेशी सैनिकों को तैनात न करने का समझौता और इस दावे को अंतरराष्ट्रीय मान्यता देने की मांग की है कि क्रीमिया और उसके चार प्रांत रूस के हैं. रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है और ट्रंप के निर्देश के बाद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल मॉस्को पहुंचा है.
- दो दिवसीय मॉरीशस के सफल दौरे से वापस लौटे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय मॉरीशस दौरे के बाद मंगलवार देर रात दिल्ली वापस लौट आए. मॉरीशस और भारत के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं.मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम उन्हें विदा करने हवाई अड्डे पर पहुंचे. पीएम मोदी और मॉरीशस के पीएम ने कहा भारत-मॉरीशस साथ-साथ है.
- ट्रंप का पत्र लेकर ईरान पहुंचे यूएई के राजनयिक, की विदेश मंत्री से मुलाकात
ईरान से बातचीत के प्रस्ताव वाला पत्र लेकर ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे यूएई के राजनयिक अनवर गरगाश. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि ये एक सामान्य मुलाकात थी, या सच में यूएई के राजनयिक ट्रंप का पत्र लेकर ईरान पहुंचे. राजनयिक ने ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची से मुलाकात की. इससे पहले ईरान की ओर से दावा किया गया था कि यूएई के राजनयिक ट्रंप का पत्र लेकर तेहरान आ रहे हैं.
- अमेरिका के साथ समझौता नहीं करेंगे:ईरान
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने डोनाल्ड ट्रंप के पत्र पर प्रतिक्रिया दी है. ईरानी राष्ट्रपति ने कहा, हम, अमेरिका के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे. ये बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है कि अमेरिका हमें आदेश दें और धमकाएं. हम कोई बातचीत नहीं करेंगे. अमेरिकी को जो करना है, कर ले. ईरान की तरफ से यह बयान ऐसे वक्त सामने आए हैं, जब हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत करने की अपील की है.
- चीन के बाहर पैदा होगा मेरा उत्तराधिकारी: दलाई लामा
दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर चीन के साथ विवाद बढ़ा. तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने अपनी नई किताब वॉयस फॉर द वॉयसलेस में कहा है कि उनका उत्तराधिकारी चीन के बाहर पैदा होगा.दलाई लामा लिखते हैं, “चूंकि पुनर्जन्म का उद्देश्य पूर्ववर्ती के कार्य को आगे बढ़ाना है, इसलिए नए दलाई लामा का जन्म मुक्त विश्व में होगा, ताकि दलाई लामा का पारंपरिक मिशन – यानी सार्वभौमिक करुणा की आवाज बनना, तिब्बती बौद्ध धर्म का आध्यात्मिक नेता और तिब्बती लोगों की आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाला तिब्बत का प्रतीक बनना जारी रहे.”
- चीन ही तय करेगा दलाई लामा का उत्तराधिकारी: माओ निंग
चीन ने दलाई लामा की पुस्तक पर प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि “दलाई लामा एक राजनीतिक निर्वासित हैं, जिन्हें तिब्बती लोगों का प्रतिनिधित्व करने का कोई अधिकार नहीं है. जीवित बुद्ध दलाई लामा की वंशावली चीन के तिब्बत में बनी और विकसित हुई, और उनकी धार्मिक स्थिति और नाम भी (चीन की) केंद्रीय सरकार द्वारा निर्धारित किए गए थे.” दरअसल बीजिंग का कहना है कि चीन, दलाई लामा के उत्तराधिकारी का चयन करेगा. दलाई लामा, हालांकि साफ कर चुके हैं, कि चीन के किसी भी नामित उत्तराधिकारी को नहीं माना जाएगा.
- सभी टैरिफ वॉर पर उतर गए तो सब कुछ खो देंगे: गुटेरेस
अमेरिका की टैरिफ नीति से छिड़े विवाद के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की बड़ी चेतावनी दी है. गुटेरेस ने कहा, अगर देशों के बीच ट्रेड वॉर युद्ध बढ़ते हैं, तो सभी देश अपना सब कुछ खो देगें. हम एक वैश्विक अर्थव्यवस्था में रहते हैं, जहां सब कुछ आपस में जुड़ा हुआ है और मुक्त व्यापार से सभी देशों को फायदा होता है. व्यापार युद्धों में उतरने से सभी देशों को नुकसान होगा.