विदेश दौर में हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साये की तरह रहने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल अमेरिका दौरे पर नहीं गए हैं. रविवार को दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की तस्वीर सामने आई तो अमेरिका के एनएसए जैक सुलीवन तो दिखाई पड़े लेकिन डोवल नहीं थे. माना जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले में अमेरिका की एक कोर्ट द्वारा समन जारी करने के चलते डोवल ने अमेरिका दौरा नहीं किया है.
प्रधानमंत्री मोदी के तीन दिवसीय अमेरिका दौरे (21-23 सितंबर) पर डोवल नहीं गए हैं. रविवार को जब पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्वपक्षीय वार्ता की तो दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने एक साझा तस्वीर ली. इस तस्वीर में अमेरिका की तरफ से राष्ट्रपति बाइडेन, विदेश सचिव (मंत्री) एंटनी ब्लिंकन, एनएसए सुलीवन और दिल्ली में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी दिखाई दिए.
भारत की तरफ से तस्वीर में पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिसरी और अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा (पूर्व विदेश सचिव) दिखाई दिए. करियर डिप्लोमेट मिसरी हाल के महीनों तक डिप्टी एनएसए के पद पर तैनात थे. क्वात्रा के विदेश सचिव के पद से रिटायरमेंट के बाद सरकार ने मिसरी को विदेश सचिव बनाया था.
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले अमेरिका की एक कोर्ट ने पन्नू की हत्या (की कोशिश) की साजिश रचने के आरोप में डोवल सहित पूर्व आर एंड डब्लू (रॉ) चीफ सामंत गोयल, एक तथाकथित अंडरकवर ऑफिसर ‘विक्रम यादव’ और चेक गणराज्य में भारतीय मूल के बिजनेसमैन निखिल गुप्ता को समन जारी किया था. इन सभी पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.
निखिल गुप्ता को पहले से ही चेक गणराज्य ने गिरफ्तार करने के बाद अमेरिकी पुलिस को प्रत्यर्पण कर दिया है.
हाल ही में विदेश मंत्रालय ने एनएसए के खिलाफ अमेरिटी कोर्ट के समन पर कड़ा ऐतराज जताया गया था. (NSA को अमेरिकी समन पर विदेश मंत्रालय का कड़ा ऐतराज)
ये कोई पहला मामला नहीं है जब अमेरिका ने ऐसी हरकत की है. पीएम मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान (2002-14) के दौरान भी अमेरिका ने ऐसा ही किया था और एंट्री बैन कर रखी थी. हालांकि, भारत की कमान संभालने के साथ ही अमेरिका ने पीए मोदी पर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए थे.
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