चीन से सटी सीमा पर 16 हजार फीट की ऊंचाई पर मोनो-रेल तैयार कर भारतीय सेना ने रिकॉर्ड गढ़ लिया है. अरुणाचल प्रदेश में बर्फ से गिरी चौकियों तक सैनिकों को रसद और सप्लाई पहुंचाने के लिए भारतीय सेना की गजराज कोर (मुख्यालय तेजपुर) ने हाई-ऑल्टिट्यूड मोनो रेल बनाकर तैयार कर ली है.
इस रेल के जरिए घायल सैनिकों से लेकर 300 किलो तक का सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. खुद सेना ने अरुणाचल प्रदेश के कामेंग जिले में बर्फ में चलने वाली इस मोनो-रेल के वीडियो जारी किए हैं.
वीडियो में सैनिकों को एक घायल सैनिकों को इस मोनो रेल के जरिए एक चौकी से दूसरी चौकी जाते हुए देखा जा सकता है. (https://x.com/FinalAssault23/status/1989371800380399882?s=20)
भारतीय सेना के क्षेत्रीय प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में विपरीत मौसम और उंची चोटियों तक पहुंचने में खासी मशक्कत उठानी पड़ती थी. ऐसे में ये मोनो-रेल हाई ऑल्टिट्यूड लॉजिस्टिक में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है.
बर्फ से ढकी होने के कारण सेना की कई चौकियों, कई कई दिनों तक फील्ड फॉर्मेशन के मुख्यालयों से कटी रहती हैं. ट्रेकिंग के अलावा खच्चर और दूसरे पारंपरिक ट्रांसपोर्ट के जरिए भी यहां तक पहुंचने में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में सेना की गजराज कोर (4 कोर) ने खुद इस मोनो रेल को बनाने का बीड़ा उठाया.
सेना के मुताबिक, इस मोनो रेल के जरिए रसद के साथ-साथ एम्युनिशन, फ्यूल, इंजीनियरिंग उपकरण और दूसरा भारी सामान इस मोनो रेल के जरिए अग्रिम चौकियों तक पहुंचा जा सकता है.

