अमेरिका में डेढ़ महीने के अंदर ही ट्रंप प्रशासन में शुरु हो गई है खटपट. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो खासमखास सिपहसालार भरी मीटिंग में भिड़ गए और ट्रंप के पास ताकने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. खरबपति उद्योगपति एलन मस्क और विदेश सचिव मार्को रूबियो के बीच भरी मीटिंग में बहस हो गई है.
मस्क को ट्रंप का दाहिना हाथ माना जाता है, तो रूबियो को अमेरिकी राष्ट्रपति की ताकत माना जाता है. मीटिंग के दौरान एलन मस्क और विदेश मंत्री मार्को रूबियो में ऐसी जुबानी जंग छिड़ी की मीडिया की सुर्खियां बन गई. मस्क और रूबियो में ये तूतू-मैंमैं स्टेट डिपार्टमेंट में छंटनी को लेकर हुई थी.
यूएस में छंटनी को लेकर मस्क-रूबियो में जुबानी जंग
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और व्हाइट हाउस के सलाहकार अरबपति उद्योगपति एलन मस्क के बीच एक कैबिनेट बैठक के दौरान जमकर बहस हुई है. दोनों के बीच ये विवाद स्टेट डिपार्टमेंट में की गई हालिया स्टाफ कटौती को लेकर हुआ. दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप ने मस्क को संघीय नौकरशाही में बड़े पैमाने पर कटौती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. बैठक के दौरान मस्क ने रूबियो पर आरोप लगाया कि उन्होंने अब तक ‘किसी को नहीं हटाया’ है और स्टाफ में भारी कटौती के उनके प्रयासों का विरोध कर रहे हैं.
मस्क क्या चाहते हैं, इस्तीफा देने वालों को दोबारा रखकर निकालूं: रूबियो
एलन मस्क के सारे आरोपों को रूबियो ने बेबुनियाद बताया. एलन मस्क को जवाब देते हुए रुबियो ने कहा, “1500 स्टेट डिपार्टमेंट कर्मचारियों ने अर्ली रिटायरमेंट पैकेज के तहत इस्तीफा दिया है. क्या मस्क चाहते हैं कि मैं उन सभी को फिर से काम पर रखूं, सिर्फ इसलिए कि उन्हें दोबारा दिखावटी तरीके से निकाला जा सके?”
दरअसल ये बैठक तमाम शिकायतों के बाद बुलाई गई थी. सरकारी एजेंसियों के प्रमुखों ने मस्क के कटौती अभियान के तरीकों पर नाराजगी जताई थी. बैठक व्हाइट हाउस में हुई थी, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मौजूद थे.
मस्क-रूबियो में सब ठीक है, कोई बहस नहीं हुई: ट्रंप
व्हाइट हाउस में हुई इस बहस को डोनाल्ड ट्रंप ने गलत बताया है. उन्होंने बहस को खारिज करते हुए कहा, “कोई झगड़ा नहीं हुआ, मैं वहां था. मीडिया में सिर्फ बेवजह मुद्दा बनाया गया है. एलन और मार्को के बीच सब कुछ ठीक है और दोनों शानदार काम कर रहे हैं. मार्को रूबियो ने बतौर विदेश मंत्री अविश्वसनीय काम किया है, और एलन एक अनोखे इंसान हैं, जिन्होंने शानदार काम किया है.”
आपको बता दें कि सीआईए और यूएसएड समेत कई विभागों में छंटनी की जा रही है. ट्रंप ने इसे जरूरी करार दिया है, हालांकि ये छंटनी विवादों में है, कोर्ट ने भी सवाल उठाए हैं.