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मणिपुर छोड़कर पूर्वोत्तर राज्यों में शांति, संसद में हंगामा

गृहमंत्री अमित शाह के मुताबिक, मणिपुर को छोड़कर पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्य शांति का महसूस कर रहे हैं. उग्रवारी हथियार डाल रहे हैं. मेघालय हो, अरुणाचल हो, असम हो, नागालैंड हो या मिजोरम हो, सशस्त्र समूहों के साथ सरकार ने समझौते किए है. पूर्वोत्तर छात्र एवं युवा संसद को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने देश के नॉर्थ ईस्ट राज्यों की स्थिति पर बात की.

नॉर्थ-ईस्ट में शांति, सिवाए मणिपुर हिंसा के: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित ‘पूर्वोत्तर छात्र एवं युवा संसद’ को संबोधित किया है, जिसमें अमित शाह ने नॉर्थ ईस्ट के सरकार के किए गए कामों को गिनाते हुए कानून व्यवस्था को आंकड़ों द्वारा बताया है.

अमित शाह ने कहा, “साल 2004 से 2014 तक हिंसा की कुल 11,000 घटनाएं हुईं और 2014 से 2024 तक 3,428 घटनाएं हुईं, यानि 70 प्रतिशत की कमी आई है. सुरक्षा बलों की मौतों की संख्या में भी 70 प्रतिशत की कमी आई है. पिछले 10 वर्षों में नागरिकों की मौतों की संख्या में 89 प्रतिशत की कमी आई है’. हमारा पूर्वोत्तर आज शांति का अनुभव कर रहा है.:

गृह मंत्री के मुताबिक, चाहें मेघालय हो, अरुणाचल हो, असम हो, नागालैंड हो या मिजोरम हो, हमने सभी सशस्त्र समूहों के साथ समझौते किए हैं और 10,500 से अधिक उग्रवादी हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं. हमारी सरकार ने 10 वर्षों में 12 महत्वपूर्ण समझौते किए हैं. मणिपुर हिंसा को छोड़कर पूरे पूर्वोत्तर में शांति है.” (https://x.com/MeghUpdates/status/1899370013800226936)

जिस राज्य में शांति नहीं, वहां नहीं हो सकता है विकास: अमित शाह

अमित शाह ने पिछले 10 सालों का काम गिनाते हुए कहा,”जिस राज्य में शांति नहीं है, वहां विकास नहीं हो सकता और नरेंद्र मोदी की सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में शांति लाने का काम किया है.नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए बहुत बड़ा बजट दिया है। दस साल में प्रधानमंत्री ने नॉर्थ ईस्ट को अपना मानते हुए इसके विकास का इतना ध्यान रखा है कि उन्होंने तय किया है कि हर महीने कोई न कोई मंत्री नॉर्थ ईस्ट के किसी न किसी राज्य में रात्रि विश्राम करेगा.”

मणिपुर में दो लड़कियों का रेस्क्यू, उग्रवादी संगठन ने किया था भर्ती 

मणिपुर में पुलिस ने उग्रवादी संगठन में भर्ती की गई दो लड़कियों को रेस्क्यू किया है. जानकारी के मुताबिक, मणिपुर पुलिस की तरफ से ये कार्रवाई दो अलग-अलग जिलों में की गई है. पुलिस के मुताबिक, नाबालिगों को काकचिंग जिले के काकचिंग बाजार और थौबल जिले के वांगबल लाइकोन इलाके से बचाया गया.

पुलिस ने काकचिंग बाजार से पीएलए के दो कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने इन लड़कियों को उग्रवादी संगठन के पास भेजा था. एक दूसरी अहम कार्रवाई में असम राइफल्स  और सेना ने मिलकर चुराचांदपुर जिले में यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (यूकेएनए) का अस्थायी शिविर नष्ट किया है. (https://x.com/reagan_moirangt/status/1899106047878652143)

मणिपुर में लगातार हालात काबू करने की कोशिश की जा रही है. 8 मार्च को मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट के पहले दिन हिंसा भड़क गई थी. ताजा हिंसा को लेकर मंगलवार को संसद में हंगामा हुआ था, विपक्षी पार्टियों ने सरकार से जवाब मांगा है. 

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