तीन हफ्ते तक त्रिवेंद्रम (तिरुवनंतपुरम) एयरपोर्ट के टारमेक पर खड़े रहने के बाद आखिरकार इंग्लैंड के एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट को हैंगर में शिफ्ट कर दिया गया है. रॉयल एयर फोर्स के 40 इंजीनियरों की एक स्पेशिलिट टीम के त्रिवेंद्रम पहुंचने के बाद ही दुनिया के सबसे उन्नत माने जाने वाले पांचवीं श्रेणी के इस लड़ाकू विमान को टारमेक से हटाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, एफ-35 (लाइटनिंग-2) को खींचकर टारमेक से हैंगर (क्लोज पार्किंग) ले जाया गया. पिछले महीने यानी 14 जून से ये एफ-35 फाइटर जेट त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर खड़ा था. (https://x.com/FrustIndian/status/1941815977785647575)
रॉयल नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर पर था तैनात, तकनीकी खराबी के चलते की थी इमरजेंसी लैंडिंग
रॉयल इंग्लैंड नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस वेल्स पर तैनात एफ-35 को तकनीकी खराबी के चलते त्रिवेंद्रम में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी. शुरुआत में लड़ाकू विमान में तेल खत्म होने के चलते इमरजेंसी लैंडिंग कराने की बात कही गई थी. लेकिन त्रिवेंद्रम पहुंचने के बाद पता चला कि तकनीकी खराबी के चलते आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी है.
तीन हफ्ते तक फ्लाई न करने के चलते हुए जमकर ट्रोलिंग
रॉयल नेवी की एक इंजीनियरिंग टीम ने विमान की मरम्मत के लिए त्रिवेंद्रम का दौरा भी किया था, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली. ऐसे में अमेरिका में निर्मित, दुनिया के बेहतरीन पांचवी श्रेणी के लड़ाकू विमान को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के साथ ही मीम भी बनने शुरु हो गए. किसी ने ओटीटी की मशहूर सीरीज पंचायत के मीम बनाए तो किसी ने लिखा कि कहीं ऐसा न हो कि वक्फ बोर्ड दावा कर दे.
कुछ लोगों ने अक्षय कुमार की चर्चित फिल्म खट्टा मीठा का सीन जोड़ दिया है जिसमें राजपाल यादव की मौजूदगी में जॉनी लीवर एक रोड रोलर की मरम्मत कर रहा है. इस दौरान, जॉनी लीवर रोड रोलर के नट-बोल्ट तक निकाल देता है लेकिन सही नहीं कर पाता है.
केरल टूरिज्म डिपार्टमेंट ने भी एफ-35 पर फिरकी ली. केरल टूरिज्म ने राज्य के पर्यटन के बढ़ावा देने को लेकर तस्वीर जारी कर दी कि जो राज्य में आता है, जाने का नाम नहीं लेता.
केरल टूरिज्म ने राज्य के नारियल के पेड़ और मनमोहन मौसम के साथ फाइव स्टार रेटिंग देते हुए एफ-35 की तरफ से लिखा कि केरल इतनी अद्भुत जगह है कि मैं यहां से जाना नहीं चाहता हूं. निश्चित रूप से अनुशंसित करता हूं.”
इतना ही नहीं, देश के एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालने वाली सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) ने भी अपने एक्स अकाउंटर पर एफ-35 को अपने जवानों के सुरक्षा घेरे में दिखाते हुए तस्वीरें जारी कर दी.
वायुसेना के आईसीसीएस ने डिटेक्ट कर स्टील्थ फाइटर जेट की निकाल दी थी हवा
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए एफ-35 के स्टील्थ दावे की हवा निकाल दी थी. वायुसेना के मुताबिक, रॉयल नेवी के एफ-35 फाइटर जेट को अरब सागर में देश के आईएसीसीएस यानी इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (सेंटर) ने डिटेक्ट कर लिया था. अमेरिका का दावा है कि एफ-35, एक ‘अदृश्य’ एयरक्राफ्ट है जिसे दुनिया की कोई रडार या सैन्य प्रणाली नहीं पकड़ पाती है. अमेरिका ने इंग्लैंड और इजरायल सहित अपने सहयोगी देशों को इस बेहद एडवांस लड़ाकू विमान को सप्लाई किया है.
एक एफ-35 की कीमत करीब 118 मिलियन डॉलर यानी करीब एक हजार करोड़ है. पहले आईसीसीएस के डिटेक्शन और अब उड़ने में असमर्थ होने पर एफ-35 की जमकर खिंचाई हो रही है और क्षमता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.