समंदर में एक बार फिर से देवदूत बनी इंडियन नेवी. ओमान जा रहे एमटी यी चेंग 6 जहाज के एक इंजम रूम में भीषण आग की सूचना बाद बिना देर किए मिशन पर निकल गई भारतीय नौसेना. भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस तबर को घटनास्थल पर भेजा गया, 13 भारतीय नौसैनिकों फौरन आग बुझाने का काम शुरु किया. पुलाऊ ध्वज वाला एमटी यी चेंग 6 गुजरात के कांडला से ओमान के शिनस जा रहा था, जहाज पर 14 भारतीय चालक दल के सदस्य सवार थे.
भारतीय नौसेना ने क्या जानकारी दी?
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया, “ओमान की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस तबर ने 29 जून को पुलाऊ-ध्वजांकित एमटी यी चेंग 6 से एक संकट कॉल का जवाब दिया. भारतीय मूल के 14 चालक दल के सदस्यों के साथ जहाज, कांडला, भारत से शिनस, ओमान जा रहा था, इंजन रूम में एक बड़ी आग लग गई और जहाज पर पूरी तरह से बिजली गुल हो गई. आईएनएस तबर से अग्निशमन दल और उपकरणों को जहाज की नाव और हेलीकॉप्टर द्वारा जहाज पर स्थानांतरित किया गया. 13 भारतीय नौसैनिक और 05 चालक दल के सदस्य आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, जिससे जहाज पर लगी आग की तीव्रता में काफी कमी आई है.”
आईएनएस तबर के बारे में जानिए
आईएनएस तबर, भारतीय नौसेना का तलवारक श्रेणी का तीसरा फ्रिगेट है. इस फ्रिगेट का निर्माण रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में बाल्टिस्की ज़ावोड द्वारा किया गया था. इस फ्रिगेट को 19 अप्रैल 2004 को रूस के कलिनिनग्राद में कमीशन किया गया था.
आईएनएस तबर एक अच्छी तरह से सुसज्जित युद्धपोत है जो हवा और सतह मिशनों को संभालने या समुद्री मिशनों पर स्वतंत्र रूप से संचालन करने या एक बड़े नौसैनिक टास्क फोर्स का समर्थन करने की क्षमता रखता है.
भारत सरकार की वसुधैव कुटुम्बकम नीति के तहत आईएनएस तबर कई सद्भावना मिशन को पूरा कर चुका है. पिछले साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रशियन नेवी डे के मौके पर नेवल परेड पर आईएनएस तबर से सलामी ली थी.