यूरोप के देश सर्बिया में विद्रोह की आग उठ रही है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी मित्र राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक की कुर्सी संकट में है. 12 साल से सत्ता में बने हुए राष्ट्रपति वुसिक के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं. बांग्लादेश के तर्ज पर पिछले 8 महीने से सर्बिया में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं, और ये आंदोलन अब उग्र हो गया है. सर्बिया के राष्ट्रपति का तख्तापलट करने के लिए हजारों छात्र सड़कों पर उतर गए हैं.
बेलग्रेड में बवाल, राष्ट्रपति वुसिक को हटाने की मांग
सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में सरकार विरोधी प्रदर्शन लगातार तेज होते जा रहे हैं. बेलग्रेड में सड़कों पर हजारों छात्र उतर आए हैं. आंदोलन उस वक्त पुलिस के हाथ से बाहर हो गया जब छात्रों ने इस आंदोलन को आजादी की लड़ाई बता दी. छात्रों ने राष्ट्रपति वुसिक के खिलाफ नारेबाजी की और कहा, वुसिक को जाना होगा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान पुलिस के साथ झड़प हुई. जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के बेरिकेड्स को तोड़ा, छात्रों को खदेड़ा
पुलिस ने सोमवार सुबह बेलग्रेड शहर की सड़कों से प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए बैरिकेड हटा दिए. इन बैरिकेड में धातु की रेलिंग, कचरे के डिब्बे और अन्य सामान शामिल थे. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि पुलिस की गाड़ियां तेज रफ्तार से बैरिकेड तोड़ती नजर आईं, जिससे लोग घबराकर भागते दिखे. पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में लिया है. पुलिस का सख्त रवैया देखते हुए प्रदर्शनाकारी मौके से हट गए लेकिन चेतावनी दी है, कि वो जल्द लौटेंगे.
हादसे के बाद सर्बिया की सड़कों पर संग्राम, पीएम दे चुके हैं इस्तीफा
सर्बिया में गृहयुद्ध की ये चिंगारी 8 महीने पहले एक हादसे के बाद भड़की थी. 1 नवबंर 2024 को नोवी साड शहर में एक रेलवे स्टेशन की छत गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद लोगों को गुस्सा इतना बढ़ा कि सर्बियाई सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर गए. लोगों ने सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत सर्बिया के छात्रों ने की थी. छात्रों का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि आंदोलन एक विद्रोह में बदल गया. सर्बिया के प्रधानमंत्री मिलोस वुचेविच इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन छात्र राष्ट्रपति वुसिक का इस्तीफा मांग रहे हैं.
प्रो क्रेमलिन और चीन के करीबी हैं राष्ट्रपति वुसिक
राष्ट्रपति वुसिक की तानाशाही के खिलाफ शुरु हुआ आंदोलन, राष्ट्रीय विद्रोह में बदल चुका है. छात्रों का आरोप है कि राष्ट्रपति वुसिक पिछले 12 साल से सत्ता में हैं और वो
सर्बिया में लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं और भ्रष्टाचार व संगठित अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं. सर्बिया के राष्ट्रपति, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी माने जाते हैं, जबकि छात्र पुतिन विरोधी हैं. वहीं लोगों का गुस्सा, देश में चीन के चलाए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को लेकर भी है. सर्बिया यूरोपीय यूनियन में शामिल होने की प्रक्रिया में है, लेकिन राष्ट्रपति की रूस और चीन के साथ करीबी संबंध बने हुए हैं. राष्ट्रपति सारे आरोपों को नकारते रहे हैं.