पांचवें चरण की वोटिंग के बीच गुजरात के अहमदाबाद से चार आतंकियों की गिरफ्तारी से सनसनी फैल गई है. गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से आईएसआईएस के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है. ये चारों आतंकी श्रीलंका के नागरिक हैं.
एटीएस पता लगाने में जुटी है कि चारों आतंकी किस मकसद से अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे थे. एटीएस की टीम चारों आतंकियों से एक सीक्रेट जगह पर पूछताछ कर रही है. पिछले साल पोरबंदर से गुजरात एटीएस ने आईएसआईएस खुरासान से जुड़े कुछ लोगों को हिरासत में लिया था. तब आईएसआईएस के मॉड्यूल का खुलासा हुआ था. जांच में पता चला था कि संदिग्ध पोरबंदर के समुद्री रास्ते से अफगानिस्तान और फिर ईरान जाने की कोशिश में थे. गुजरात एटीएस ने पोरबंदर में छापेमारी की और श्रीनगर से उम्मेद मीर, हनान शोल और मोहम्मद हाजिम नाम के तीन संदिग्धों को पोरबंदर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था.
भारत में बड़ा हमला करने के लिए भेजे गए थे आतंकी
अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए आतंकी एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे. प्रारंभिक जांच के मुताबिक आतंकियों को श्रीलंका से चेन्नई और फिर चेन्नई से अहमदाबाद भेजा गया था. आकाओं ने जिस लोकेशन पर पहुंचने के लिए आतंकियों को कहा था, उस तक पहुंचने से पहले गुजरात एटीएस ने खुफिया सूचना के बाद चारों आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया. ये आतंकी पाकिस्तान के हैंडलर के आदेश का इंतज़ार कर रहे थे. जांच एजेंसियों को शक है कि इन आतंकियों तक हथियार भी अलग से पहुंचने वाले थे. एटीएस ने आतंकियों के फोन से एनक्रिप्टेड चैट्स भी बरामद किया है.
खतरे में थी भारत के बड़े नेताओं की जान
गुजरात में आईएस के चार आतंकियों की गिरफ्तारी ऐसे वक्त हुई है जब सूरत पुलिस ने हाल ही में मौलवी सोहेल अबुबकर को अरेस्ट किया था. मई के पहले सप्ताह में पुलिस ने सूरत से सोहेल नाम के एक मौलवी को गिरफ्तार किया था. पूछताछ करने पर मौलवी सोहेल ने आतंकी मॉड्यूल के बारे में बड़ा खुलासा किया था. पूछताछ में पता चला कि देश के कई हिंदूवादी नेता जैसे नूपुर शर्मा, टी राजा, राष्ट्रवादी पत्रकार सुरेश चव्हाणके आतंकियों के टारगेट पर थे. मौलवी की निशानदेही पर पुलिस ने महाराष्ट्र के नांदेड और बिहार के मुजफ्फरपुर से 2 और संदिग्धों को अरेस्ट किय़ा था. ये तीनों लोग पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे और हवाला के माध्यम से धन प्राप्त करते थे.
जांच में बिहार मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किए गए मोहम्मद अली के फोन से पाकिस्तानी हैंडलर डॉगर का फोटो तक पुलिस को मिला. साल 2023 में यूपी एटीएस ने टेरर फंडिंग के मॉड्यूल का खुलासा किया था. उस मॉड्यूल में भी इसी डॉगर का कनेक्शन निकला था. सूरत पुलिस को शक है कि ऐसे कई मॉड्यूल है जो एक दूसरे के साथ जुड़े हुए है. गुजरात की एजेंसियां आतंकियों के ग्रुप को वेरीफाई करने के लिए पंजाब पुलिस और यूपी एटीएस के संपर्क में हैं. तीसरा आरोपी जो महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुआ शकील उर्फ रजा महाराष्ट्र में रहकर पाकिस्तानी नंबर का इस्तेमाल करता था, और वही सरफराज, सादिक और जशबाबा नाम के पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था.
गुजरात के स्कूलों में मिली थी धमकी
दिल्ली की तरह अहमदाबाद के 36 स्कूलों को भी बम से उड़ानें की धमकी मिली थी. अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए आतंकियों से जांच एजेंसियां पूछताछ करने में जुट गई हैं. जांच एजेंसियों के साथ साथ सुरक्षा एजेंसियां भी हाई अलर्ट हो गई है. माना जा रहा है कि आतंकियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती है.