फ्रांस की नौसेना में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक फिटनेस एप के जरिए संवेदनशील न्यूक्लियर सबमरीन की लोकेशन इंटरनेट पर लीक हो गई. न्यूक्लियर सबमरीन की लोकेशन को सीक्रेट रखा जाता है लेकिन फ्रांस की परमाणु पनडुब्बी पर तैनात अधिकारियों और चालक दल ने गलती से अपनी जॉगिंग के रिकॉर्ड को एक फिटनेस एप पर रजिस्टर कर दिया, जिसके बाद परमाणु पनडुब्बी की लोकेशन इंटरनेट पर वायरल हो गई.
जिस बेस से ये जानकारी लीक हुई, वहां पर चार फ्रांसीसी परमाणु पनडुब्बियां हैं और हर पनडुब्बी में 16 न्यूक्लियर मिसाइलें हैं, जो बेहद शक्तिशाली हैं. फिटनेस एप पर दी गई लोकेशन चूक का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले, साल 2023 में रूस सीनियर मिलिट्री कमांडर की लोकेशन का फिटनेस एप के जरिए पता लगाकर हत्या की जा चुकी है.
फिटनेस एप स्ट्रावा पर लीक हो गई न्यूक्लियर सबमरीन की जानकारी
फिटनेस के लिए बेहद ही लोकप्रिय एप है ‘स्ट्रावा’. लेकिन इस एप के जरिए फ्रांसीसी नेवी के अधिकारियों ने सबमरीन की लोकेशन साझा करके बड़ी चूक कर दी है. फ्रांसीसी न्यूक्लियर सबमरीन पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों ने अनजाने में अपने गश्त के शेड्यूल का खुलासा कर दिया.
नेवी के अधिकारियों ने अपनी जॉगिंग और एक्सरसाइज की जानकारी शेयर की थी. इस एप पर यूजर द्वारा अपने फिटनेस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सटीक स्थान के साथ डेटा को मैप पर अपलोड करने का फीचर है. इस फीचर का इस्तेमाल करके फ्रांसीसी नेवी के अधिकारियों ने लोकेशन और समय की संवेदनशील जानकारी शेयर कर दी.
फिनिस्टेयर में ब्रेस्ट हार्बर में आईल लॉन्ग सबमरीम बेस की लोकेशन लीक
स्ट्रावा एप पर जिस स्थान की जानकारी शेयर की गई है, वो फ्रांस के फिनिस्टेयर में ब्रेस्ट हार्बर में आईल लॉन्ग सबमरीन बेस था. कहा जाता है कि इस बेस पर फ्रांस की चार परमाणु पनडुब्बियां हैं, जिनमें से प्रत्येक पर 16 शक्तिशाली परमाणु मिसाइलें हैं, जिनकी विस्फोटक क्षमता हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बमों से एक हजार गुना अधिक शक्तिशाली है.
फ्रांस का सीक्रेट सैन्य क्षेत्र, लोकेशन लीक होने से बढ़ा खतरा
जिस बेस की लोकेशन एप पर शेयर हुई, उस बेस पर तकरीबन 2000 सैन्यकर्मियों के घर हैं और ये फ्रांस का एक अत्यंत सीक्रेट सैन्य क्षेत्र है. किले की तरह सुरक्षित जगह है. 24 घंटे सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाती है. फ्रांस का ये बेस इस कदर गुप्त रखा जाता है, कि यहां पर मोबाइल फोन भी प्रतिबंधित है. फोन को स्विच ऑफ करके सिग्नल प्रूफ लॉकर में रखा जाता है. लेकिन इतनी सुरक्षा के बावजूद स्मार्टवॉच के जरिए बेस की संवेदनशील जानकारी लीक हो गई.
पिछले दस वर्षों में फ्रांसीसी सेना में करीब 450 से अधिक स्ट्रावा उपयोगकर्ता रहे हैं, जो शीर्ष परमाणु बेस में तैनात रहे हैं. कई सैन्य कर्मियों ने असली पहचान ही फिटनेस एप पर सार्वजनिक की. इसके अलावा कई सैन्य कर्मियों ने अपनी सही प्रोफाइल भी सार्वजनिक की हुई है.
रूसी सैन्य कमांडर की हत्या, स्ट्रावा एप से मिली थी लोकेशन
जुलाई 2023 में रूसी सेना के कमांडर रजित्स्की की हत्या से सनसनी फैल गई थी. रूसी सबमरीन अधिकारी रजित्सकी रूस के ब्लैक सी बेड़े की किलो-क्लास पनडुब्बी में से एक की कमान अधिकारी थे, जो कलिब्र क्रूज मिसाइलों को दागने में सक्षम थी.
रूसी शहर क्रास्नोडार में एक शूटर ने स्टैनिस्लाव रज़ित्स्की की हत्या कर दी थी. जांच में पता चला था कि शूटर, अधिकारी को रनिंग एप स्ट्रावा पर ट्रैक कर रहा था. रजित्स्की के शूटर ने स्ट्रावा के जरिए उनकी गतिविधियों पर नजर रखी. रजित्स्की के जॉगिंग और साइकिलिंग रूट स्ट्रावा ऐप पर उनके नाम से एक अकाउंट पर दिखाई देता था. क्रास्नोडार में काम करने के दौरान उनके नियमित जॉगिंग सर्किट में से एक में वह पार्क भी शामिल था, जहां सुबह के वक्त कमांडर की हत्या कर दी गई थी. (सेना में साइबर Specialist की भर्ती, इंफो-वारफेयर और आईटी के लिए भी चाहिए सिविलियन)
रूस, अमेरिका के राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड भी करते हैं एप का प्रयोग
ये भी खुलासा किया गया है कि फ्रांस के साथ ही अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों के बॉडीगार्ड्स भी स्ट्रावा फिटनेस ऐप का इस्तेमाल करते हैं. जिससे इन देशों के राष्ट्रपतियों की लोकेशन और यात्रा गतिविधि का पता लगाया जा सकता है.
कुछ साल पहले अमेरिकी एक्सपर्ट से स्ट्रावा एप को लेकर सवाल उठाए थे, खासकर आर्मी के लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था. एक्सपर्ट ने कहा था कि स्ट्रावा पर दिखने वाला मैप आकर्षक लगता है लेकिन इस मैप में अमेरीकी सेना के बेस की लोकेशन भी दिखाई देती है.
अगर आर्मी ऑफिसर कसरत करते हुए इस एप को इस्तेमाल कर रहे हैं तो उनकी लोकेशन रिकॉर्ड हो जाती है, कि वो किस जगह हैं. इस लोकेशन के जरिए दुश्मन देश सैन्यकर्मियों को निशाना बना सकते हैं.