पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में जर्मनी के दूतावास में एक डिप्लोमेट के शव मिलने से हड़कंप मच गया है. राजनयिक की पहचान जर्मन दूतावास में सेकेंड सचिव थॉमस जुर्गेन के तौर पर हुई है जो इस्लामाबाद के अपने डिप्लोमैटिक अपार्टमेंट में मृत पाए गए हैं.
पिछले दो दिन से जर्मन राजनयिक अपने दफ्तर नहीं पहुंचे थे. शक के आधार पर दूतावास के कर्मचारी अपार्टमेंट पहुंचे, तो राजनयिक का शव बरामद किया गया. पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि थॉमस जुर्गेन के आंख, नाक और मुंह से खून आ रहा था. जर्मन राजनयिक की मौत हत्या है या स्वाभाविक, इस्लामाबाद पुलिस जांच में जुट गई है.
कैसे हुई जर्मन राजनयिक की मौत
राजनयिक की मौत की जांच हर एंगल से शुरु की गई है. हालांकि कहा जा रहा है कि जर्मन राजनयिक थॉमस जुर्गेन हार्ट के मरीज थे. कुछ दिनों पहले उन्हें पाकिस्तान के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस्लामाबाद के कुलसुम अस्पताल में उनका इलाज किया गया था.
इस्लामाबाद पुलिस ने कहा है कि राजनयिक ने आखिरी बार शनिवार को शाम 7.44 मिनट पर अपना व्हाट्सएप इस्तेमाल किया था. पुलिस का मानना है कि जल्द ही मौत की वजह सामने आ जाएगी.
जर्मन राजनयिक की मौत को लेकर सवाल है कि उनकी मौत हुई कब और किन परिस्थितियों में हुई है. जर्मन दूतावास की ओर से अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.